ब्रेकिंग न्यूज़

INDvsPAK: "हमारे जवान घर वापस नहीं आते और हम क्रिकेट खेलने जाते हैं", एशिया कप पर बड़ी बात बोल गए हरभजन सिंह; मीडिया को भी लपेटा Bihar News: CBI की विशेष अदालत में सृजन घोटाले का ट्रायल शुरू, पूर्व DM वीरेन्द्र यादव पर आरोप तय Bihar News: अब बिहार सरकार नहीं बनाएगी नेशनल हाईवे, निर्माण और मरम्मत का जिम्मा NHAI के हवाले Bihar News: बिहार-झारखंड के इन शहरों के बीच फिर होगा स्पेशल ट्रेन का परिचालन, यात्रियों के लिए बड़ी राहत Bihar News: पटना में युवक की आत्महत्या से मची सनसनी, जांच में जुटी पुलिस Bihar News: बिहार के 24 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी, बाढ़ का संकट और भी गहराया.. सहरसा में रुई के गोदाम में लगी भीषण आग, दमकल की 4 गाड़ियों ने पाया काबू अरवल में इनोवा कार से 481 लीटर अंग्रेज़ी शराब बरामद, पटना का तस्कर गिरफ्तार Bihar Crime News: कारोबारी की चाकू मारकर हत्या, गले और चेहरे पर 15 से अधिक वार; पैसों के विवाद में हत्या की आशंका Bihar Crime News: कारोबारी की चाकू मारकर हत्या, गले और चेहरे पर 15 से अधिक वार; पैसों के विवाद में हत्या की आशंका

अरवल में 20 अल्ट्रासाउंड सेंटरों का औचक निरीक्षण, 15 सेंटरों को किया गया निलंबित, 17 केंद्रों को सील करने का आदेश

1st Bihar Published by: mritunjay Updated Thu, 25 May 2023 07:49:15 PM IST

अरवल में 20 अल्ट्रासाउंड सेंटरों का औचक निरीक्षण, 15 सेंटरों को किया गया निलंबित, 17 केंद्रों को सील करने का आदेश

- फ़ोटो

ARWAL: अरवल  जिला पदाधिकारी वर्षा सिंह के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 4 में जिले में शिशु लिंगानुपात 930 था। लेकिन राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 5 में  शिशु लिंगानुपात घटकर 815 प्रति हजार पर पहुंच गया जो अत्यंत चिंताजनक एवं गंभीर मामला है। इस विषय में दोषी अल्ट्रासाउंड केंद्रों, चिकित्सकों, टेक्नीशियन और व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई जांच उपरांत किया जा रहा है। 


अरवल में 20 अल्ट्रासाउंड सेंटरों का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें 15 अल्ट्रासाउंड केंद्रों के संचालन में गड़बड़ी पाई गयी जिसके बाद उन पर कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। बता दे कि पहले दो अल्ट्रासाउंड केंद्रो के निबंधन को रद्द कर दिया गया था और अब 15 सेंटरों को निलंबित किया गया है। वही अनुमंडल पदाधिकारी को यह निर्देश दिया गया है कि 17 अवैध रूप से कार्य कर रहे अल्ट्रासाउंड केंद्रों को सील किया जाए। 


जिसमें अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को निर्देशित किया गया है कि बिना आदेश के यह केंद्र कार्य प्रारंभ ना कर सके और जिले में अवैध रूप से संचालित अथवा कार्यरत अल्ट्रासाउंड केंद्र जो भ्रूण जांच उपरांत भ्रूण हत्या का बढ़ावा दे रहे हैं उनके विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई किया जाए।


लेकिन सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की सुविधा चार सालों से ना होने की वजह से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और रोगी और जिला प्रशासन के मजबूरी का फायदा उठाते हुए जिले में कुकुरमुते की तरह अल्ट्रासाउंड सेंटर खोलकर लोगों को बहला-फुसलाकर कम पैसे में भ्रूण जांच कराने का काम किया जाता है।


 जिसके बाद परिजनों को जैसे ही गर्भ में बच्ची की सूचना मिलती है तो तुरंत भ्रूण हत्या की साजिस अल्ट्रासाउंड सेंटर से ही रच कर गर्भपात करा लिया जाता है। जिसका नतीजा यह हो रहा है कि जिले में शिशु लिंगानुपात लगातार 1000 प्रति 815 शिशु लिंगानुपात ही है। लेकिन जिला प्रशासन अगर अवैध रूप से चल रहे अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर लगातार कार्रवाई करती है तो कहीं ना कहीं भ्रूण हत्या कम होगी और शिशु लिंगानुपात बढ़ेंगे।