ब्रेकिंग न्यूज़

जाकिर बन गया जगदीश: 8 मुसलमानों ने हिन्दू धर्म को अपनाया, हवन और वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ शुद्धिकरण HAJIPUR: जननायक एक्सप्रेस से 8 किलो अफीम बरामद, महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार ISM में वेदांता इंटरनेशनल और ICICI बैंक के कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव 2025 का आयोजन, कई छात्र-छात्राओं का हुआ चयन Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुंगेर में शरारती तत्वों ने चलाया बत्ती गुल अभियान, डॉक्टर ने लाइट्स बंद नहीं किया तो जान से मारने की दी धमकी Bihar News: वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत, बारिश के दौरान हुआ हादसा मधुबनी में दहेज दानवों की करतूत: दो लाख रूपये के लिए 2 बच्चों की मां की पीट-पीटकर हत्या Pahalgam Attack: ‘हर आतंकवादी के चुन-चुनकर मारेंगे’ आतंक के आकाओं को अमित शाह का सख्त मैसेज Pahalgam Attack: ‘हर आतंकवादी के चुन-चुनकर मारेंगे’ आतंक के आकाओं को अमित शाह का सख्त मैसेज

असम की महिला इलाज कराने आई पटना के सरकारी हॉस्पिटल में, 7 लाख का इलाज 7 हजार में कर डॉक्टरों ने पेश की मिसाल

1st Bihar Published by: Updated Thu, 13 Feb 2020 04:05:51 PM IST

असम की महिला इलाज कराने आई पटना के सरकारी हॉस्पिटल में, 7 लाख का इलाज 7 हजार में कर डॉक्टरों ने पेश की मिसाल

- फ़ोटो

PATNA: बिहार के लोगों को सरकारी हॉस्पिटलों पर भरोसा कम होता है. लेकिन असम के लोगों के बीच बिहार के हॉस्पिटलों में दिल्ली एम्स से कम भरोसा नहीं है. असम की महिला पटना के सरकारी हॉस्पिटल लोकनायक जयप्रकाश हॉस्पिटल राजवंशीनगर में इलाज करा रही हैं. यहां पर उस महिला की गंभीर बीमारी का इलाज हो रहा है. इस हॉस्पिटल में पहली बार स्पाइनल ट्यूमर का ऑपरेशन किया गया है. इस बीमारी से महिला पीड़ित थी. जो अब ठीक हो रही है. 

असम में 1 लाख खर्च के बाद भी नहीं हुई ठीक, यहां 7 हजार में हो गया इलाज

असम के डिब्रूगढ़ की रहने वाली महिला रीना बरूआ को स्पाइनल ट्यूमर की बीमारी थी, असम के कई बड़े हॉस्पिटलों में इलाज कराया, इलाज में एक लाख रुपए से अधिक खर्च हो गया. लेकिन फिर भी वह ठीक नहीं हो पाई. किसी ने पटना के राजवंशीनगर हॉस्पिटल के बारे में बताया वह महिला अपने दो बेटे के साथ आई. महिला की स्थिति देख पहले तो डॉक्टर ने सोच में पड़ गए कि आखिर कैसे यह होगा, लेकिन न्यूरो सर्जन श्याम किशोर ने ऑपरेशन करने का फैसला किया और अपने सहयोगियों के साथ इसका सफल ऑपरेशन किया. फर्स्ट बिहार से बातचीत में डॉ. श्याम किशोर ने बताया कि इस बीमारी की अगर महिला किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में ऑपरेशन कराती थी तो कम से कम 5-7 लाख रुपए खर्च होता, लेकिन यहां पर मुफ्त में ऑपरेशन हुआ है. दवा में सिर्फ 7 हजार रुपए खर्च हुआ. 

चल नहीं पाती थी महिला मरीज

डॉक्टर श्याम किशोर ने बताया कि रीना बरूआ स्पाइनल ट्यूमर के कारण दोनों पैर से चल नहीं पाती थी, लेकिन अब ऑपरेशन के बाद पैरों में मूवमेंट आ गया है. वह पैर चलाने लगी है. इस महिला को उसके पैरों पर चलाकर हमलोग यहां से भेजेंगे. रीना के बेटे सुरदीप ने बताया कि मां की बीमारी को लेकर पूरा परिवार परेशान था, लेकिन यहां के डॉक्टरों ने मां को ठीक कर दिया और नया जीवन दिया है.