Bihar News: बिहार के इन जिलों में शुरू होगा पत्थर खनन, बढ़ेगा राजस्व और रोजगार Bihar News: बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण शुरू, जानिए... क्या-क्या है नया दिशा-निर्देश? Bihar Weather: राज्य के 24 जिलों में बारिश का अलर्ट, IMD ने किया सावधान बिहार में तेज रफ्तार का कहर: बेतिया, रोहतास और बेगूसराय में सड़क हादसे, दो की मौत, आठ घायल IIT पटना में बनेगा फायर टेस्टिंग और ट्रेनिंग सेंटर, भवन निर्माण विभाग और आईआईटी के बीच हुआ समझौता PATNA: महिलाओं में बढ़ते एंडोमेट्रियल कैंसर को लेकर जागरूकता कार्यक्रम, विशेषज्ञों ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव Bihar News: पटना में बनेगा फायर टेस्टिंग और ट्रेनिंग सेंटर, भवन निर्माण विभाग और IIT के बीच हुआ करार Bihar News: पटना में बनेगा फायर टेस्टिंग और ट्रेनिंग सेंटर, भवन निर्माण विभाग और IIT के बीच हुआ करार Bihar Transfer Posting: परिवहन विभाग में चार ADTO का तबादला, 4 में एक को दो जिलों का मिला जिम्मा SUPAUL: VIP नेता संजीव मिश्रा ने क्रिकेट टूर्नामेंट का किया उद्घाटन, खेल को जीवन का हिस्सा बनाने का दिया संदेश
1st Bihar Published by: Updated Thu, 13 Oct 2022 02:17:59 PM IST
- फ़ोटो
SASARAM: बिहार के एक भ्रष्ट प्रोफेसर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामला रोहतास का है, जहां प्रोफेसर अपने ही सहकर्मियों से वेतन भुगतान के लिए 10% कमीशन की मांग कर रहे थे। इतना ही नहीं, आरोपी प्रोफेसर पर अवैध वसूली के भी आरोप हैं। मामला उस वक्त का है जब शेरशाह महाविद्यालय के प्रोफेसर कृष्णा प्रसाद उसी महाविद्यालय में प्रिंसिपल के पद पर थे। वे उस दौरान अपने ही सहकर्मी राम भरत सिंह से वेतन भुगतान के लिए कमीशन मांगते थे।
1 साल पहले ही मुफस्सिल थाना में मामला दर्ज किया गया था। मामले की जांच की गई तो कृष्णा प्रसाद आरोपी पाए गए, जिसके बाद रोहतास पुलिस ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। पुलिस कब से उनकी तलाश कर रही थी लेकिन वे कानून की नज़रों से ओझल थे। लेकिन बुधवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सासाराम के नगर थाना क्षेत्र स्थित करन सराय में उनके निजी आवास से प्रोफेसर को गिरफ्तार किया गया।
इस मामले को लेकर रोहतास एसपी आशीष भारती ने बताया कि मुफस्सिल थाना के कांड संख्या- 272 / 21, 18-07-21 को वादी राम भरत सिंह ने मुफस्सिल थाना में प्रोफेसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। वे वेतन भुगतान के लिए 10% कमीशन मांग रहे थे। इतना ही नहीं, वे अवैध रूप से राशि वसूली करते थे।