Bihar News: बिहार के इस जिले में लापरवाह कर्मियों पर गिरी गाज, डीएम के औचक निरीक्षण में कई धराए Bihar News: छठ-दिवाली पर घर आना होगा मुश्किल, अभी से आसमान छू रहे हवाई जहाज के किराए Bihar Crime News: पत्नी और साली ने इतना किया प्रताड़ित, परेशान युवक ने उठा लिया बड़ा कदम Bihar Crime News: पत्नी और साली ने इतना किया प्रताड़ित, परेशान युवक ने उठा लिया बड़ा कदम Bihar News: गश्ती में लापरवाही पाए जाने पर थाना चालक निलंबित, थानाध्यक्ष का वेतन धारित Bihar News: 5 जिलों में भीषण आंधी-बारिश की चेतावनी, समय रहते हो जाएं सतर्क Patna Top Girls School: पटना के टॉप 5 गर्ल्स स्कूल, जहां मंत्री-विधायक समेत IAS-IPS की बेटियां लेती हैं शिक्षा Bihar News: जारी हुआ पटना-गोरखपुर वंदे भारत का टाइम टेबल, किन-किन स्टेशनों पर ठहरेगी ट्रेन? जानें.. Bihar News: मानसून के आने से पहले मौसम का कहर, बिहार में 12 लोगों की मौत Bihar News: राज्य में बनेंगे 100 फास्ट ट्रैक कोर्ट, न्याय की व्यवस्था अब तुरंत; खौफ में अपराधी
1st Bihar Published by: RAKESH KUMAR Updated Sat, 01 Jul 2023 04:32:34 PM IST
- फ़ोटो
ARA: भोजपुर के चर्चित BJP नेता विशेश्वर ओझा हत्याकांड के गवाह कमल किशोर की हत्या के मुख्य आरोपी उमाशंकर मिश्रा को पुलिस और एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने 50 हजार के इनामी बदमाश उमाशंकर मिश्रा को आरा के रमना मैदान रोड से गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ और भोजपुर पुलिस की स्पेशल टीम डीआईयू उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से उमाशंकर का पीछा कर रही थी।
दरअसल, भोजपुर के चर्चित विशेश्वर ओझा हत्याकांड के गवाह कमल किशोर मिश्रा की 28 सितंबर, 2018 को हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी उमाशंकर मिश्रा को गिरफ्तार किया था। साल 2022 में जेल में बंद उमाशंकर मिश्रा के पिता का निधन हो गया था। पिता के श्राद्धकर्म में शामिल होने के लिए उमाशंकर मिश्रा एक महीने के पैरोल पर जेल से बाहर आया था। पेरोल की एक महीने की अवधि खत्म होने के बावजूद उमाशंकर मिश्रा वापस जेल नहीं लौटा और फरार हो गया था।
बाद में पुलिस ने कोर्ट से कुर्की जब्ती का आदेश प्राप्त किया और उमाशंकर मिश्रा के घर की कुर्की की लेकिन उसने पुलिस के सामने सरेंडर नहीं किया। पटना हाई कोर्ट ने उमाशंकर मिश्रा की गिरफ्तारी के लिए डीजीपी को निर्देश दिया था। सरकार के कुख्यात बदमाश के ऊपर 50 हजार का इनाम घोषित किया था। पुलिस और एसटीएफ की टीम उमाशंकर मिश्रा की गिरफ्तारी के लिए लगातार कोशिश कर रहे थे लेकिन वह हाथ नहीं आ रहा था।
पुलिस की टीम झारखंड और उत्तर प्रदेश में कुख्यात उमाशंकर मिश्रा की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी। पुलिस को खबर मिली कि वह गोरखपुर में छिपा हुआ है। जिसके बाद पुलिस ने वहां दबिश दी लेकिन पुलिस को चकमा देकर वह आरा पहुंच गया। आरा पहुंचने के बाद उसने अपने वकील से संपर्क साधा और उससे मिलने के लिए कोर्ट जा रहा था, तभी इस बात की जानकारी DIU की टीम को मिल गई और डीआईयू की टीम ने उसे धर दबोचा।