ब्रेकिंग न्यूज़

मोतिहारी में चिकन पार्टी के बहाने युवक की हत्या, नेपाल से दो आरोपी गिरफ्तार मुंगेर में चुनाव से पहले अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 15 निर्मित और 8 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय Bihar news: बिहार विधान परिषद में नौकरी करने का सुनहरा मौका, निकली इतने पदों पर भर्ती; जानिए कैसे करें आवेदन

बिहार: बच्चे को जन्म देकर मैट्रिक की परीक्षा देने पहुंची छात्रा, एम्बुलेंस से लाया गया एग्जामिनेशन सेंटर

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 16 Feb 2023 01:35:42 PM IST

बिहार: बच्चे को जन्म देकर मैट्रिक की परीक्षा देने पहुंची छात्रा, एम्बुलेंस से लाया गया एग्जामिनेशन सेंटर

- फ़ोटो

BANKA: बांका में मैट्रिक की परीक्षा दे रही एक छात्रा बच्चे को जन्म देने के कुछ ही घंटों के बाद परीक्षा देने के लिए एग्जामिनेशन सेंटर पर पहुंच गई। परीक्षा छूट न जाए और उसका एक साल बर्बाद न चला जाए इसको देखते हुए छात्रा ने यह कदम उठाया। छात्रा के इस फैसले को लेकर उसकी खूब सराहना हो रही है। पहले तो डॉक्टर ने उसे परीक्षा देने से मना किया लेकिन उसके परीक्षा के प्रति उत्साह को देख डॉक्टर ने उसे इजाजत दे दी। जिसके बाद छात्रा को एंम्बुलेंस से परीक्षा केंन्द्र लाया गया। 


दरअसल, बांका में 22 वर्ष की छात्रा रुकमिणी कुमारी गर्भवती थी। प्रसव का समय नजदीक आने के बावजूद वह परीक्षा नहीं खोड़ना चाह रही थी। चांदन प्रखंड मुख्यालय के एमएम केजी उच्च विद्यालय में रूकमिणी परीक्षा दे रही थी। पहले दिन की परीक्षा को देने के बाद जब रूकमिणी घर गयी तो देर रात उसे प्रसव पीड़ा होने लगी, जिसके बाद परिवार वालों उसे अस्पताल ले गए। जहां अगले दिन रूकमिणी ने एक बेटे को जन्म दिया।


बेटे को जन्म देने के बाद जब रूकमिणी को होश आया तो वह परीक्षा के बारे में सोंचकर बेचैन हो गई। बेटे को जन्म देने की खुशी से ज्यादा उसे परीक्षा की चिंता सता रही थी। रूकमिणी लगातार जिद कर रही थी कि उसे परीक्षा देना है नहीं तो उसका एक साल बर्बाद हो जाएगा। डॉक्टर्स और परिजनों के काफी समझाने के बाद भी जब वह नहीं मानी तो रुकमिणी को डॉ. के देखरेख में एंबुलेंस से परीक्षा केंद्र ले जाया गया। परीक्षा को लेकर रूकमिणी के जज्बे को देख लोग उसकी खूब सराहना कर रहे हैं।