Life Style: गर्मियों में इसके पत्तों का सेवन क्यों है जरूरी? जानिए.. इसके 5 चमत्कारी फायदे Samastipur Snake Catcher: नहीं रहे 'सांपों के मसीहा' जय सहनी, जिनकी जिंदगी बचाने को रहते थे हमेशा तत्पर, उन्हीं में से एक ने ले ली जान Parent-child relation: बच्चों को शर्मिंदा कर देती हैं पैरेंट्स की ये आदतें, जानिए क्यों बच्चे बनाने लगते हैं दूरियां Bihar Assembly Election 2025: जहानाबाद में बिछने लगी बिसात...NDA में किसके खाते में जाएगी सीट ? दर्जन भर हैं दावेदार..किनका टिकट होगा फाइनल,जानें... IPL2025: "हमें विनम्र बने रहने की जरुरत", अंकतालिका में टॉप पर जाने के बाद हार्दिक और सूर्या का बड़ा बयान, फैंस बोले "ये दोनों MI के पिलर हैं" Made in India: डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ वॉर के बाद अमेरिका में 'मेड इन इंडिया' की गूंज! Gold theft jewellery shop: थानेदार बनकर आया, लाखों के गहने ले उड़ा, CCTV फुटेज देख दंग रह गया दुकानदार! Bihar Politics: "नीतीश को साइडलाइन करने की हिम्मत किसी में नहीं": मनोज तिवारी.. चिराग के भविष्य और पवन सिंह के BJP में आने पर भी बोले Road Accident Death : कुछ महीने पहले हुई थी शादी, अब सड़क हादसे में सुप्रीम कोर्ट के वकील की मौत,पत्नी घायल Caste Census: बिहार चुनाव और पहलगाम हमले से है जातीय जनगणना का कनेक्शन? विपक्ष के तीखे सवालों के बाद जनता सोचने पर मजबूर
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 25 Dec 2024 12:18:57 PM IST
- फ़ोटो
Bihar Education News: बिहार में शिक्षा-व्यवस्था को दुरूस्त करने को लेकर पानी की तरह पैसे बहाये जा रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रगति यात्रा पर निकले हैं. वे जिलों में जाकर धरातल पर हुए विकास संबंधी योजनाओं की जानकारी ले रहे. लेकिन यह सब मैनेज है. वास्तविकता यही है कि सब कुछ कागज पर चल रहा, धरातल पर नहीं.
मोतिहारी में सीएम नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा खत्म हो गई. 25 दिसंबर को वे केसरिया ,सुगौली व मोतिहारी में करोड़ो की योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिखाने के लिए केसरिया के सुन्दरापुर पंचायत व सुगौली के सुगांव पंचायत में कई योजनाओ को चकाचक बनाया गया था.दूसरी तरफ केसरिया से सटे कोटवा पंचायत के एक विद्यालय का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल तस्वीर में शौचालय से सटे बरामदे में बच्चों के लिए एमडीएम का खाना बनाकर रखा गया है.
सोशल मीडिया पर इस तस्वीर की चर्चा हो रही है. कहा जा रहा है कि स्कूल में वर्षो से बच्चो के स्वाथ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. लेकिन न कभी अधिकारी की नजर पड़ती है, और न जनप्रतिनिधियों की. वायरल फोटो देखने के बाद विकास का दावों की सच्चाई का पचा चल रहा. लोग यह कहते नही थक रहे कि वाह रे विकास. वायरल फोटो उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोपी छपरा कोटवा का बताया जा रहा है। फोटो में बताया जा रहा है कि कोटवा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोपी छपरा में शौचालय के पास एमडीएम का खाना बनाकर बच्चो को परोसा जा रहा. इस विद्यालय में बना किचेन शेड कबाड़ खाना बना हुआ है.
सरकार द्वारा स्कूल के बच्चों के शुद्ध पेयजल के लिए स्कूल में लगे बोरिंग जेई व संवेदक के भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गया. बोरिंग लगने के साथ ही नल से जल टपकना बंद हो गया।.वहीं मात्र चार कमरों में 8 क्लास तक के बच्चों की पढ़ाई होती है। स्कूल रंग रोगन के लिए व विद्युत वायरिंग के लिए आई राशि भी भ्रष्टाचार की भेट चढ़कर रह गया । सरकार के बजट का 21 प्रतिशत हिस्सा शिक्षा विभाग पर खर्च होता है। लेकिन कोटवा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोपी छपरा का शौचालय को किचेन शेड बनाकर एमडीएम का खाना रखने का फोटो सामने आने के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि शिक्षा बजट से शिक्षा का विकास नहीं बल्कि अधिकारियों-ठेकेदारों की ही प्रगति हो रही है.