मोतिहारी में चिकन पार्टी के बहाने युवक की हत्या, नेपाल से दो आरोपी गिरफ्तार मुंगेर में चुनाव से पहले अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 15 निर्मित और 8 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय Bihar news: बिहार विधान परिषद में नौकरी करने का सुनहरा मौका, निकली इतने पदों पर भर्ती; जानिए कैसे करें आवेदन
1st Bihar Published by: Sonty Sonam Updated Tue, 03 May 2022 11:12:15 AM IST
- फ़ोटो
BANKA: इस वक़्त बांका से एक हैरान कर देने वाला वाक्या सामने आया है। जहां जमानत कराने पहुंचे अधिकवक्ता को ही पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह मामला बांका जिला के टाउन थाना का है। अधिवक्ता अपने मोकील का जमानत कराने थाना पहुंचा था, इसके बाद पुलिस उसे ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
दरअसल, बीते 1 मई को पुलिस के विशेष छापेमारी अभियान में बांका थाना क्षेत्र के चोराकोल गांव निवासी इन्द्रदेव दर्वे उर्फ इन्द्रदेव यादव बालू घाट में जानलेवा हमला करने के आरोप में जेल में है। जिसे छूडवाने के लिए उनके अधिवक्ता विकास साह अपने सहयोगी पंचू यादव के साथ फर्जी जमानत का कागजात बनकर छूडवाने पहुंच गए थे। इसके बाद पुलिस को बताया कि न्यायलय ने उनके मोकील को जमानत पर रिहा कर दिया है। लेकिन पुलिस को जमानत के कागजात पर शक हुआ। जिसके बाद पुलिस अधिकारी इसकी जांच करने न्यायलय पहुंची। जांच के दौरान यह पता चला कि अधिकवत्ता के दिखाए गए जमानत के पेपर फर्जी है।
इसके बाद पुलिस ने दोनों पर फर्जीवाड़ा का केस दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया और जेल भेज दिया। वहीं, थानाध्यक्ष शंभू यादव ने बताया कि अधिवक्ता अपने सहयोगी के साथ फर्जी काजगत बनकर आरोपी को छूडवाने आया था। सच सामने आने के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया है।