श्रेयसी सिंह के लिए जमुई में 10 किमी लंबा रोड शो, स्मृति ईरानी और अश्विनी चौबे रहे मौजूद बेतिया में विनय बिहारी को लड्डू से तौला गया, आम्रपाली दुबे-आनंद मोहन ने रोड शो कर मांगा वोट अपनी पत्नी से ज्यादा फाइलों से प्यार करते हैं अधिकारी, नितिन गडकरी ने कसा तंज, कहा..फाइलों को दबाकर ना रखें सुखदेव दास जी महाराज से मिलने पहुंचे नित्यानंद राय, 60 साल से चल रहे सीताराम नाम धुन के अखंड कीर्तन में हुए शामिल विपक्ष को करारा जवाब: 'बीमार' कहने वालों की नीतीश ने कर दी बोलती बंद, 84 चुनावी रैलियों को किया संबोधित Bihar Election 2025: ‘तेजस्वी बनेंगे सीएम, शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी को बुलाएंगे’, मीसा भारती का बड़ा दावा Bihar Election 2025: ‘तेजस्वी बनेंगे सीएम, शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी को बुलाएंगे’, मीसा भारती का बड़ा दावा बगहा में डॉ. भीमराव आंबेडकर विद्यालय का छज्जा गिरा, तीन किशोर घायल Bihar Election 2025: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आरजेडी और कांग्रेस पर बोला हमला, लोगों को लाल झंडे वालों से किया सचेत Bihar Election 2025: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आरजेडी और कांग्रेस पर बोला हमला, लोगों को लाल झंडे वालों से किया सचेत
1st Bihar Published by: Updated Tue, 11 May 2021 07:58:44 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में कोरोना महामारी के इस दौर में अपनी जान की परवाह किए बगैर लोगों की सेवा में लगे स्वास्थ्याकर्नियों ने बड़ा फैसला लिया है. इस फैसले क मुताबिक राज्य के लगभग 27 हजार स्वास्थ्यकर्मी कल यानी 12 मई से होम आइसोलेशन में जाएंगे. बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ ने सरकार के उदासीन रवैये के खिलाफ यह कड़ा कदम उठाते हुए होम आइसोलेशन में जाने का निर्णय लिया है.
संघ का कहना है कि कई बार स्मार पत्र दिए जाने के बावजूद बिहार सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है. सोमवार को संघ की ओर से इस निर्णय की कॉपी राज्य के सभी जिलों में सिविल सर्जन सह सदस्य सचिव जिला स्वास्थ्य समिति को उपलब्ध करा दी गई है. अब 12 मई से 27 हजार स्वास्थ्यकर्मी होम आइसोलेशन में जाएंगे. जाहिर है कि संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के होम आइसोलेशन में जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था पर इसका काफी असर पड़ेगा.
आपको बता दें कि राज्य में 27000 स्वास्थ्य संविदाकर्मी हैं जो मांगों के नहीं माने जाने से नाराज हैं. संघ के सचिव ने कहा कि संविदाकर्मियों में अस्पताल प्रबंधक, पारा मेडिकल स्टाफ, डाटा ऑपरेटर सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी हैं. कोविड काल में ऑक्सीजन के प्रबंधन से लेकर डाटा इंट्री तक का काम इन्हीं संविदाकर्मियों पर है लेकिन सरकार की ओर से सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है.