ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Exit Poll : जोड़ी मोदिये नीतीश के हिट होई...एग्जिट पोल में बन रही NDA की सरकार Lottery winner: एक करोड़ की लॉटरी का विजेता अब तक लापता, ढोल-नगाड़े बजाकर हो रही तलाश Lottery winner: एक करोड़ की लॉटरी का विजेता अब तक लापता, ढोल-नगाड़े बजाकर हो रही तलाश Bihar Election 2025: खत्म हुआ बिहार विधासभा चुनाव को लेकर वोटिंग, अब रिजल्ट का इंतजार, इस दिन होगा फैसला और नीतीश या तेजस्वी; किसको मिलेगी गद्दी? भोजपुर में महिला की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या, आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम हंगामा Delhi blast : लाल किला विस्फोट पर अमित शाह की सख्त कार्रवाई, एनआईए को जांच और दोषियों पर यूएपीए के तहत मुकदमा; कहा - 'एक-एक गुनहगार को अंजाम भुगतना होगा', Bihar Election 2025: 95 साल के उम्र में जज्बा, ई-रिक्शा से मतदान करने आ रही बुजूर्ग की हसरत रह गई अधूरी; जानिए क्या हुआ? Bihar Election 2025: शिवहर में बोगस वोट डालने की कोशिश, चार गिरफ्तार, डीएम ने की पुष्टि Delhi Blast Case: दिल्ली ब्लास्ट के बाद बिहार के इस प्रसिद्ध मंदिर की बढ़ाई गई सुरक्षा, रखी जा रही सख्त निगरानी Delhi Blast Case: दिल्ली ब्लास्ट के बाद बिहार के इस प्रसिद्ध मंदिर की बढ़ाई गई सुरक्षा, रखी जा रही सख्त निगरानी

बिहार : चुनावी दंगल में कूदे एक ही परिवार के पांच दिग्गज, मुखिया पद के लिए सब ने भरा पर्चा

1st Bihar Published by: Updated Sun, 14 Nov 2021 01:02:18 PM IST

बिहार : चुनावी दंगल में कूदे एक ही परिवार के पांच दिग्गज, मुखिया पद के लिए सब ने भरा पर्चा

- फ़ोटो

SARAN : सियासत की लड़ाई क्या गजब की चीज होती है. यहां कभी-कभी अपने ही अपनों को चुनौती देते नजर आते हैं. ऐसा ही एक मामला सारण से सामने आया है, जहां एक ही परिवार के पांच लोग चुनावी मैदान में आमने सामने हो गए हैं. इनमें दो बेटे, एक बहु और एक देवर के साथ निवर्तमान मुखिया चुनाव लड़ने को मजबूर हैं. 


यह रोचक लड़ाई सारण जिला के बनियापुर प्रखंड के भिट्ठी सहाबुद्दीन पंचायत की है. मिली जानकारी के अनुसार, यह परिवार पिछले 20 वर्षों से मुखिया के पद को बचा कर रखा है. इस बार भी परिवार की नजर मात्र मुखिया पद पर है. इसके लिए इस पंचायत की निवर्तमान मुखिया विभा देवी के अलावा बड़े बेटे अंजनी आनंद, छोटे बेटे आदित्य आनंद, बहु अमृता सिंह और देवर आशुतोष कुमार ने नामांकन दाखिल किया है. पूरे परिवार का निशाना मुखिया पद पर ही है. चाहे जैसे भी हो, लेकिन ये मुखिया पद को बचाने में लगे हुए हैं.


बताया जा रहा है कि देवर और भाभी इससे पहले भी मुखिया पद पर ताल ठोक चुके हैं. इसमें पिछली बार भाभी विभा देवी ने देवर आशुतोष कुमार को मात दे दी थी. लेकिन एक बार फिर देवर ने भाभी के साथ चुनावी मैदान में ताल ठोक दिया है. इसमें भी चाहे जो हो सियासत की इस लड़ाई में परिवार की जीत ही मानी जा रही है. 


पंचायत चुनाव में एक ही परिवार के पांच लोगों के नामांकन को लेकर लोगों के बीच खूब चर्चा भी हो रही है. इसी परिवार से पूर्व मुखिया सतीश कुमार सिंह उर्फ टुन्ना का दावा है कि उनका परिवार पिछले 20 वर्षों से मुखिया का पद संभाल रहा है. उन्होंने जनता की सेवा की है. इस बार भी जनता उन्हें ही वोट देकर जीत दिलाएगी.