बिहार चुनाव में महिलाओं का जलवा: 9% ज्यादा वोट डाल पुरुषों को पछाड़ा, रिकॉर्ड 67% मतदान पहली पत्नी के रहते दूसरी शादी नहीं कर सकते: झारखंड हाईकोर्ट का बड़ा फैसला Bihar Election 2025: एग्जिट पोल में NDA की बढ़त पर बोले दिलीप जायसवाल, कहा..बिहार की जनता ने एनडीए के प्रति दिखाया अटूट विश्वास Bihar Election 2025: बिहार में पहली बार 68.79% मतदान, दूसरे चरण ने तोड़ा सभी रिकॉर्ड Delhi Blast Case: दिल्ली ब्लास्ट के पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान, मृतकों-घायलों के परिजनों को इतने रुपए देगी रेखा सरकार Delhi Blast Case: दिल्ली ब्लास्ट के पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान, मृतकों-घायलों के परिजनों को इतने रुपए देगी रेखा सरकार Bihar Election 2025: एग्जिट पोल में NDA की बढ़त पर बोले सम्राट चौधरी, रफ़्तार पकड़ चुका है बिहार, फिर एक बार NDA सरकार! Bihar Politics: मतदान खत्म होते ही पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, खड़गे को भेजी चिट्ठी Patna News: पटना में जन सुराज पार्टी के कैंप में लगी भीषण आग, पांच बाइक जलकर खाक Patna News: पटना में जन सुराज पार्टी के कैंप में लगी भीषण आग, पांच बाइक जलकर खाक
1st Bihar Published by: Updated Sun, 26 Dec 2021 09:55:16 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : कोरोना से निपटने के लिए देश भर में तेजी से टीका लगाने का अभियान चल रहा है. बिहार के आम नागरिक कोरोना वायरस से जंग में टीका लगवाकर काफी आगे हैं, लेकिन राज्य के चार हजार से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों ने ही अभी तक टीका नहीं लगवाया है. आपको जानकार हैरानी होगी कि राज्य के करीब पांच हजार स्वास्थ्यकर्मियों ने अब तक वैक्सीन का एक भी डोज नहीं लिया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार राज्य में 5,29,851 लोग हेल्थ केयर वर्कर के तौर पर रजिस्टर्ड हैं. इनमें से 5,25,363 हेल्थ केयर वर्करों ने पहली खुराक ली है. इनमें से 5,05,215 हेल्थ केयर वर्करों ने दोनों डोज ले ली है.
जबकि 4488 ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक एक भी खुराक नहीं ली है. हालांकि देशभर में बिहार का स्थान 10वां है. सरकार के अनुसार देशभर में कुल 1,05,04,137 हेल्थ केयर वर्करों का रजिस्ट्रेशन है जिसमें से 1,03,85,958 हेल्थ केयर वर्करों ने कोरोना टीके की पहली डोज ले ली है. इनमें से 96,29,532 हेल्थ केयर वर्करों ने दोनों डोज ले ली है. हेल्थ केयर वर्करों को प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाया गया था.
इस बीच, कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की आशंका के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की टीम आज बिहार दौरे पर आ रही है. देश में बढ़ते ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार बिहार के साथ 10 राज्यों में मल्टी डिसिप्लिनरी टीमें भेज रही है. बिहार में टीम सोमवार से अस्पतालों का निरीक्षण करेगी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 10 चिह्नित राज्यों में मल्टी डिसिप्लिनरी सेंट्रल टीम जाएगी. बिहार के अलावा केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, मिजोरम, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बंगाल और पंजाब में मल्टी डिसिप्लिनरी सेंट्रल टीम जाएगी. टीम तीन से पांच दिनों तक बिहार में रहेगी और राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मिलकर काम करेंगी.
टीम क्या-क्या देखेगी
टीमें विशेष रूप से कान्टैक्ट ट्रेसिंग को देखेंगी। जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए पर्याप्त सैंपल संग्रह का भी जायजा लेगी. राज्य में कोविड नियमों का अनुपालन, अस्पताल में बेड की उपलब्धता, एंबुलेंस, वेंटिलेटर, मेडिकल आक्सीजन सहित पर्याप्त लाजिस्टिक्स और राज्यों में कोविड-19 टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा भी केंद्रीय टीम करेगी.
प्रत्येक दिन शाम सात बजे तक केंद्र और राज्य सरकार दोनों द्वारा की जा रही सार्वजनिक स्वास्थ्य गतिविधियों पर रिपोर्ट सौंपेंगी. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इसकी पुष्टि की और बताया कि कोरोना के प्रारंभिक समय से केंद्रीय टीम बिहार आती रही है. सोमवार फिर टीम आएगी. केंद्र बिहार को पूरा सहयोग दे रहा है. देश और राज्य कोरोना नियंत्रण को बेहतर समन्वय बना कर काम कर रहे हैं.