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1st Bihar Published by: Updated Sun, 23 May 2021 09:27:59 PM IST
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PATNA : कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान के दौरान मिलने वाली वैक्सीन सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर होने पर कांग्रेस के बाद अब एनडीए खेमे के नेताओं ने भी विरोध करना शुरू कर दिया है. कांग्रेस का कहना है कि वैक्सीन का खर्च राज्य सरकार उठा रही है तो इसपर पीएम मोदी की तस्वीर क्यों होनी चाहिए? अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने वैक्सीन सर्टिफिकेट मोदी की तस्वीर को लेकर आपत्ति जताई है. मांझी ने ट्वीट कर इसका विरोध किया है.
रविवार को कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज़ लेने के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कहा कि "को-वैक्सीन का दूसरा डोज़ के उपरांत मुझे प्रमाण-पत्र दिया गया जिसमें प्रधानमंत्री की तस्वीर लगी है। देश में संवैधानिक संस्थाओं के सर्वेसर्वा राष्ट्रपति हैं इस नाते उसमें राष्ट्रपति की तस्वीर होनी चाहिए,वैसे तस्वीर ही लगानी है तो राष्ट्रपति के अलावा P.M स्थानीय C.M की भी तस्वीर हो।"
जीतन राम मांझी ने अप्रत्याशित तौर पर कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट पर सीएम नीतीश के तस्वीर होने की वकालत कर दी है. हालांकि मांझी ने डायरेक्ट नीतीश का नाम न लेकर ये लिखा है कि पीएम मोदी के साथ स्थानीय सीएम की भी तस्वीर होनी चाहिए. मांझी के इस बयान के बाद राजनीतिक सुगबुगाहट तेज हो गई है. क्योंकि अब तक देश भर में कांग्रेस ही इसका विरोध करते आ रही थी. लेकिन अब एनडीए के अंदरखाने से भी मोदी की तस्वीर को लेकर विरोध शुरू हो गया है.

गौरतलब हो कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार कोरोना वैक्सीन लेने के बाद दिये जानेवाले सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर के स्थान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तस्वीर वाला सर्टिफिकेट दे रही है. जबकि अन्य राज्यों में ऐसा नहीं हो रहा है. वैक्सीनेशन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर वाला ही सर्टिफिकेट दिया जा रहा है. जिसपर पीएम मोदी का मैसेज भी छपा होता है. इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने ऐतराज जताया है और कहा कि सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी पर टीकाकरण के बजाय फोटो प्रचार पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रही है. हालांकि, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने वैक्सीन सर्टिफिकेट से पीएम मोदी की फोटो के बदले भूपेश बघेल की फोटो लगाने पर सफाई दी है और वजह भी बताई है.
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने रविवार को कहा कि क्योंकि राज्य सरकार 18 से 44 वाले उम्र के लोगों की वैक्सीन का खर्च वहन कर रही है, इसलिए लोगों को पीएम मोदी के बदले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की फोटो वाली वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिए जा रहे हैं. उनका कहना है कि जब राज्य सरकार इस आयु वर्ग में टीकाकरण का खर्च वहन कर रही है तब वह प्रमाणपत्रों पर अपने मुख्यमंत्री की फोटो का उपयोग क्यों नहीं कर सकती है.
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की तस्वीर लगाने में क्या परेशानी है. प्रमाणपत्र पर तस्वीर लगाने पर आपत्ति व्यर्थ है. उन्होंने पूछा कि केंद्र सरकार द्वारा लगाये जा रहे वैक्सीन पर पीएम मोदी की तस्वीर का प्रमाणपत्र मिल रहा है. ऐसे में जब छत्तीसगढ़ सरकार वैक्सीन खरीद रही है, तो मुख्यमंत्री की तस्वीर क्यों नहीं रखनी चाहिए?