Hon Hai: काम न आया ट्रंप का मुंह फुलाना, Apple की पार्टनर कंपनी भारत में करेगी 12,800 करोड़ का निवेश Bihar crime news: मस्जिद के सामने बुजुर्ग की गोली मारकर हत्या, लोगों में दहशत का माहौल Bihar Heavy Rain Alert: इन जिलों में भारी बारिश की संभावना, वज्रपात को लेकर भी IMD ने चेताया LSG vs SRH: लखनऊ को ले डूबी हैदराबाद, काम न आईं संजीव गोयनका की दुआएं BIHAR: सहरसा में पुलिस की टीम हमला, थानाध्यक्ष समेत कई पुलिसकर्मी घायल BIHAR: नहाने के दौरान पोखर में डूबने से दो बच्चों की मौत, परिजनों में मचा कोहराम Bihar Crime News: चप्पल खोलकर मंदिर में घुसा चोर, हाथ जोड़कर माता से मांगी माफी; फिर उड़ा ले गया किमती सामान Life Style: अधिक देर तक बैठकर काम करने से दिमाग में हो सकती है सिकुड़न? जानिए...सही जवाब पटना जिले में NH-139 किनारे बालू स्टॉक से सड़क हादसे, वकील की शिकायत पर SDPO ने थानाध्यक्षों को जांच कर एक्शन लेने को कहा Summer Special Trains: इस रूट पर रेलवे चलाने जा रहा समर स्पेशल ट्रेनें, दिल्ली से बिहार आना हो जाएगा आसान
1st Bihar Published by: Updated Tue, 27 Apr 2021 10:01:20 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : तो बिहार से कोरोना को भगाने के लिए नीतीश कुमार GO CORONA GO मॉडल अपना रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने कुछ ऐसा ही कहा है. तेजस्वी यादव ने आंकड़ों के सहारे बताया है कि कोरोना से निपटने का नीतीश मॉडल क्या है?
तेजस्वी ने जारी किये आंकड़े
दरअसल तेजस्वी यादव ने बिहार में हर रोज हो रहे कोरोना जांच के आंकड़े जारी किये हैं. उन्हीं आंकड़ों के सहारे तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में कोरोना से निपटने का दिखावा हो रहा है. कोरोना की जांच ही जब नहीं हो रही है तो पता कैसे चलेगा कि बिहार में कोरोना के हालात क्या हैं. तेजस्वी ने ट्वीटर पर लिखा है“नीतीश जी का GO CORONA GO मॉडल देखिये. कोरोना के नये केसलोड को कम करने के लिए प्रतिदिन जांच घटा दिया गया. न होगी जांच ना निकलेगा कोरोना. कम जांच के बावजूद पॉजिटिविटी रेट 14.6 % है. अपनी नाकामी को छिपाने के लिए लोगों की जान से खेल रहे हैं. कोरोना के खिलाफ टेस्टिंग सबसे कारगर हथियार है.
तेजस्वी यादव ने पिछले सात दिनों में बिहार में हुए कोरोना जांच का आंकड़ा जारी किया है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 26 अप्रैल को बिहार में सिर्फ 80 हजार 461 जांच किये गये. उससे पहले यानि 25 अप्रैल को एक लाख 491 टेस्ट किये गये थे. यानि सरकार ने कोरोना टेस्ट की संख्या एक दिन में 20 हजार कम कर दिया.
नीतीश जी का Go Corona Go मॉडल देखिए।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 27, 2021
कोरोना के नए caseload को कम करने के लिए प्रतिदिन जाँच घटा दिया गया।ना होगी जाँच ना निकलेगा कोरोना।
कम जाँच के बावजूद Positivity Rate 14.6% है।अपनी नाकामी छिपाने के लिये लोगों की जान से खेल रहे। कोरोना के ख़िलाफ टेस्टिंग सबसे कारगर हथियार है। pic.twitter.com/J6ep7n2C0d
एक लाख टेस्ट लेकिन RT=PCR बेहद कम
वैसे अहम बात ये भी है कि बिहार में कोरोना के RT-PCR टेस्ट की संख्या बेहद कम है. जबकि सिर्फ इसी टेस्ट से कोरोना की सही जांच रिपोर्ट आती है. सरकार लगभग 65 फीसदी टेस्ट रैपिड एंटीजेन किट के जरिये कर रही है. रैपिड एंटीजेन टेस्ट की रिपोर्ट 60 फीसदी तक गलत हो रही है. यानि 10 में 6 रिजल्ट गलत आ जा रहे हैं. कोरोना से मर गये विधायक मेवालाल चौधरी जब गंभीर हालत में थे तो रैपिड एंटीजेन टेस्ट में उन्हें निगेटिव करार दिया गया था. सरकार लगभग 35 फीसदी टेस्ट ही RT-PCR कर रही है.