श्रेयसी सिंह के लिए जमुई में 10 किमी लंबा रोड शो, स्मृति ईरानी और अश्विनी चौबे रहे मौजूद बेतिया में विनय बिहारी को लड्डू से तौला गया, आम्रपाली दुबे-आनंद मोहन ने रोड शो कर मांगा वोट अपनी पत्नी से ज्यादा फाइलों से प्यार करते हैं अधिकारी, नितिन गडकरी ने कसा तंज, कहा..फाइलों को दबाकर ना रखें सुखदेव दास जी महाराज से मिलने पहुंचे नित्यानंद राय, 60 साल से चल रहे सीताराम नाम धुन के अखंड कीर्तन में हुए शामिल विपक्ष को करारा जवाब: 'बीमार' कहने वालों की नीतीश ने कर दी बोलती बंद, 84 चुनावी रैलियों को किया संबोधित Bihar Election 2025: ‘तेजस्वी बनेंगे सीएम, शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी को बुलाएंगे’, मीसा भारती का बड़ा दावा Bihar Election 2025: ‘तेजस्वी बनेंगे सीएम, शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी को बुलाएंगे’, मीसा भारती का बड़ा दावा बगहा में डॉ. भीमराव आंबेडकर विद्यालय का छज्जा गिरा, तीन किशोर घायल Bihar Election 2025: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आरजेडी और कांग्रेस पर बोला हमला, लोगों को लाल झंडे वालों से किया सचेत Bihar Election 2025: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आरजेडी और कांग्रेस पर बोला हमला, लोगों को लाल झंडे वालों से किया सचेत
1st Bihar Published by: Updated Mon, 03 May 2021 06:04:53 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में कोरोना का संक्रमण बड़ी तेजी से फ़ैल रहा है. राजधानी पटना में स्थिति बेहद खतरनाक होती जा रही है. लेकिन इन सब के बीच हैरानी की बात है कि राज्य में कोरोना टेस्ट की रफ़्तार एकदम धीमी हो गई है. हालात ऐसे हो गए हैं कि सरकार ने लगभग 30 प्रतिशत जांच कम कर दिया है. सोमवार को बिहार सरकार की ओर से जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक राज्य में पिछले 24 घंटे में कुल 72 हजार 658 लोगों की ही जांच की गई, जिसमें 11 हजार 407 नए कोरोना मरीजों की पहचान की गई.
बिहार में कोरोना की भयावह स्थिति को छिपाने का सरकार ने कोरोना टेस्ट कम करने का तरिका निकाला है. हर रोज कोरोना टेस्ट की संख्या कम होती जा रही है. सोमवार को बिहार में कोरोना टेस्ट की संख्या घटाकर महज 72 हजार 658 कर दी गई. सरकार इसका भी कोई आंकड़ा नहीं दे रही है कि इसमें RT-PCR टेस्ट की संख्या कितनी है. हालांकि सूत्र बता रहे हैं कि बमुश्किल 30 फीसदी टेस्ट ही RT-PCR से हो रहे हैं. जाहिर है, न होगी जांच औऱ ना कोरोना की भयावहता का पता चलेगा.
इससे पहले बिहार में 28 अप्रैल को 1,03,895 टेस्ट, 29 अप्रैल को 97,972 टेस्ट, 30 अप्रैल को 98169 टेस्ट, 1 मई को 95,686 टेस्ट, 2 मई को 89,393 टेस्ट और 3 मई को महज 72 हजार 658 लोगों की ही जांच की गई. इस प्रकार दिन प्रतिदिन बिहार में कोरोना के वास्तविक आंकड़े को छिपाने के लिए सरकार ने टेस्ट की रफ़्तार को कम कर दिया है. आज जीतें टेस्ट हुए हैं, उसमें से 15 प्रतिशत से भी ज्यादा लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. यानी कि अगर सरकार एक लाख टेस्ट कराती तो 15 हजार से ज्यादा मरीजों सामने आ सकते थे.
विशेषज्ञ बता चुके हैं कि कोरोना की रोकथाम के लिए सबसे जरूरी कदम कोरोना की जांच करना है. लेकिन बिहार में कोरोना की जांच बढ़ाने के बजाय औऱ कम होती जा रही है. ये स्थिति तब है जब खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बार बार ये एलान कर चुके हैं कि कोरोना टेस्ट की तादाद बढ़ायी जायेगी. लेकिन शायद सरकार को कोरोना की भयावह स्थिति पर पर्दा डालने के लिए यही सबसे बेहतर उपाय नजर आ रहा है.

आपको बता दें कि को बिहार स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक सूबे में 11 हजार 407 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई. राजधानी पटना में सबसे ज्यादा 2028 नए मरीज मिले हैं. इससे पहले बीते दिन रविवार को 2748 और शनिवार को सर्वाधिक 3024 न्यू पॉजिटिव केस मिले थे. पटना के अलावा बिहार के 5 और जिलों में भी संक्रमण की रफ़्तार तेज हुई है. वैशाली में 1035, गया में 662, मुजफ्फरपुर में 653, पश्चिमी चंपारण में 549 और बेगूसराय में 510 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं.