बिहार चुनाव में महिलाओं का जलवा: 9% ज्यादा वोट डाल पुरुषों को पछाड़ा, रिकॉर्ड 67% मतदान पहली पत्नी के रहते दूसरी शादी नहीं कर सकते: झारखंड हाईकोर्ट का बड़ा फैसला Bihar Election 2025: एग्जिट पोल में NDA की बढ़त पर बोले दिलीप जायसवाल, कहा..बिहार की जनता ने एनडीए के प्रति दिखाया अटूट विश्वास Bihar Election 2025: बिहार में पहली बार 68.79% मतदान, दूसरे चरण ने तोड़ा सभी रिकॉर्ड Delhi Blast Case: दिल्ली ब्लास्ट के पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान, मृतकों-घायलों के परिजनों को इतने रुपए देगी रेखा सरकार Delhi Blast Case: दिल्ली ब्लास्ट के पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान, मृतकों-घायलों के परिजनों को इतने रुपए देगी रेखा सरकार Bihar Election 2025: एग्जिट पोल में NDA की बढ़त पर बोले सम्राट चौधरी, रफ़्तार पकड़ चुका है बिहार, फिर एक बार NDA सरकार! Bihar Politics: मतदान खत्म होते ही पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, खड़गे को भेजी चिट्ठी Patna News: पटना में जन सुराज पार्टी के कैंप में लगी भीषण आग, पांच बाइक जलकर खाक Patna News: पटना में जन सुराज पार्टी के कैंप में लगी भीषण आग, पांच बाइक जलकर खाक
1st Bihar Published by: Updated Thu, 09 Dec 2021 06:28:46 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: 2006 बैच के IPS अधिकारी शिवदीप वामनराव लांडे ने बिहार पुलिस मुख्यालय में DIG के पद पर योगदान दिया है। 5 साल तक महाराष्ट्र पुलिस में योगदान देने के बाद एक बार फिर से वे बिहार पुलिस का हिस्सा बन गये हैं।
शिवदीप लांडे जब बिहार एसटीएफ के एसपी थे तब महाराष्ट्र कैडर में ट्रांसफर हुआ था। 14 नवम्बर 2016 को बिहार सरकार ने महाराष्ट्र के लिए विमरित किया था। अब पांच साल बाद फिर से बिहार के लिए विमरित हुए हैं।
ऐसी संभावना जतायी जा रही थी की नई पोस्टिंग किए जाने तक बिहार पुलिस मुख्यालय में उन्हें जिम्मेवारी दी जाएगी और अब शिवदीप लांडे ने बिहार पुलिस मुख्यालय में योगदान दे दिया है। अब आगे सरकार उन्हें कौन सी जिम्मेवारी सौंपेगी यह देखने वाली बात होगी।
गौरतलब है कि शिवदीप लांडे पटना, अररिया और रोहतास के एसपी रह चुके हैं। वे राज्यपाल के एडीएस भी रह चुके हैं। बिहार पुलिस ज्वाइन करने के बाद बतौर ASP शिवदीप लांडे की पहली पोस्टिंग नक्सल प्रभावित मुंगेर के जमालपुर में हुई थी।
शिवदीप लांडे पटना में दो बार सिटी एसपी भी रह चुके हैं। पटना में सिटी SP रहते हुए लांडे ने मनचलों को खूब सबक सिखाया था। लड़कियां खुद को सुरक्षित महसूस करती थीं। छात्राओं के मोबाइल में शिवदीप लांडे का नंबर जरूर रहता था। अपनी कार्यशैली की वजह से वे पूरे देश में फेमस थे।