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1st Bihar Published by: Updated Sun, 12 Jan 2020 06:58:38 PM IST
                    
                    
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DELHI: बीजेपी ने CAA और NRC पर तोबड़तोड़ बयानबाजी कर रहे प्रशांत किशोर का नोटिस लेने से मना कर दिया है. पार्टी ने कहा है कि प्रशांत किशोर नेता नहीं बल्कि पार्टियों के लिए सर्वे करने वाले प्रोफेशनल हैं. ऐसे लोगों के बयान पर कोई तवज्जो देने की जरूरत नहीं है.
बीजेपी प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी का बयान
दरअसल दिल्ली में आज पत्रकारों ने बीजेपी प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी से प्रशांत किशोर के बयान पर सवाल पूछा था. प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर CAA और NRC पर स्टैंड लेने के लिए कांग्रेस की तारीफ की थी. उन्होंने इस मसले पर विशेष पहल के लिए प्रियंका गांधी की तारीफ की थी. साथ में ये भी दावा किया था कि वे बिहार में CAA और NRC को लागू नहीं होने देंगे.
प्रशांत किशोर के बयान पर पत्रकारों के सवाल पर बीजेपी प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कहा “ प्रशांत किशोर नेता नहीं हैं. वे कई पार्टियों के लिए सर्वे का काम करते हैं. उनके जैसे लोगों के लिए अपना प्रोफेशन प्यारा है न कि सियासी विचारधारा. ऐसे लोगों को ज्यादा तवज्जो नहीं दिया जाना चाहिये. “
क्या जेडीयू से उलझने से बचना चाहती है बीजेपी
बीजेपी प्रवक्ता ने भले ही प्रशांत किशोर को नेता मानने से इंकार कर दिया. लेकिन हकीकत ये भी है कि प्रशांत किशोर उसकी सहयोगी पार्टी जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. जदयू के किसी नेता ने ये नहीं कहा है कि प्रशांत किशोर उनकी पार्टी के पदाधिकारी नहीं है. आज जब जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से पत्रकारों ने पूछा तो उन्होंने भी कहा कि प्रशांत किशोर पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी हैं और उनके बयान पर प्रदेश अध्यक्ष टिप्पणी नहीं कर सकता.
इसके बावजूद अगर बीजेपी प्रशांत किशोर को सिर्फ चुनावी सर्वे करने वाला प्रोफेशनल बता रही है तो ये बेवजह नहीं है. इसके पीछे एक कारण ये भी है कि फिलहाल बीजेपी जेडीयू और नीतीश कुमार से उलझना नहीं चाहती. CAA और NRC पर चौतरफा हमले से भाजपा प्रेशऱ में है. इस हालत में वो एक और सहयोगी पार्टी को खोना नहीं चाह रही है. लिहाजा प्रशांत किशोर के बयानों की अनदेखी की जा रही है.
वैसे ये भी कम रोचक नहीं है कि प्रशांत किशोर बिहार में CAA और NRC नहीं लागू होने का दावा तब कर रहे हैं जब खुद देश के गृह मंत्री और बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह बिहार आने वाले हैं. CAA को लेकर लोगों के बीच अपना पक्ष रखने के लिए बीजेपी ने अभियान छेड़ रखा है. इसके तहत ही एक जनसभा को संबोधित करने अमित शाह 16 जनवरी को बिहार आ रहे हैं. वे वैशाली में एक जनसभा को संबोधित करेंगे.