ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Crime News: पटना के इस मशहूर मंदिर में खूनी खेल, बदमाशों ने युवक के सिर में दागी गोली; हत्या की वारदात से हड़कंप Bihar Crime News: पटना के इस मशहूर मंदिर में खूनी खेल, बदमाशों ने युवक के सिर में दागी गोली; हत्या की वारदात से हड़कंप BIHAR: पूर्वी चंपारण का कुख्यात अपराधी जानू गिरफ्तार, देसी पिस्टल और कारतूस बरामद Bihar Crime News: दहेज के लिए गर्भवती नवविवाहिता की हत्या, ससुराल वाले फरार Bihar Mansoon Update: बिहार में मानसून ने दी दस्तक, कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट; इस दिन तक पूरे राज्य में होगा एक्टिव Bihar Mansoon Update: बिहार में मानसून ने दी दस्तक, कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट; इस दिन तक पूरे राज्य में होगा एक्टिव Bihar Crime News: गैस एजेंसी से दिनदहाड़े डेढ़ लाख की लूट, पुलिस छापेमारी में जुटी Bihar Cabinet Decision: बिहार के इन 6 एयरपोर्ट को मिलेगा नया जीवन, उड़ान योजना के तहत होगा विकास; सरकार ने बनाया खास प्लान Bihar Cabinet Decision: बिहार के इन 6 एयरपोर्ट को मिलेगा नया जीवन, उड़ान योजना के तहत होगा विकास; सरकार ने बनाया खास प्लान NEDvsNEP: नीदरलैंड-नेपाल T20I मैच में पार हुईं रोमांच की सारी हदें, हुए 3 सुपर ओवर; बना विश्व रिकॉर्ड

BJP विधायक के विवादित बोल,मजहब सिखाता है जो तुम्हारी बात न माने उसे काट दो...

1st Bihar Published by: Updated Mon, 30 Nov 2020 01:29:59 PM IST

BJP विधायक के विवादित बोल,मजहब सिखाता है जो तुम्हारी बात न माने उसे काट दो...

- फ़ोटो

DARBHANGA :मधुबनी के बिस्फी से बीजीपे के विधायक हरिभूषण ठाकुर ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना दुनिया का सबसे बड़ा झूठ है. उन्होंने इशारों ही इशारों में कहा कि एक संप्रदाय के लोगों के लिए वे खूब काम करते हैं, खून देते हैं पर वह उन्हें वोट नहीं करता क्योंकि वह बीजीपी से आते हैं. 

विधायक हरिभूषण ठाकुर दरभंगा में आयोजित तीन दिवसीय विद्यापति पर्व समारोह के दूसरे दिन कार्यक्रम का उद्घाटन करने पहुंचे थे जहां उन्होंने मंच से जनता को संबोधित भी किया. 

इसी दौरान हरिभूषण ठाकुर ने कहा कि'मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना दुनिया में सबसे बड़ा झूठ है, मजहब खूब सिखाता है आपस में बैर करना, मजहब सिखाता है कि कोई आपकी बात नहीं मानता है तो काट दो, रेप कर दो. लेकिन हमारी संस्कृति सिखाती है कि पत्थर में भी भगवान हैं, हर चीज में देवता हैं. पांच सौ साल पहले तुलसीदास ने लिखा कि जड़-चेतन सबमें भगवान हैं. हम राम-कृष्ण, गीता, आदि शंकराचार्य और विद्यापति को मानने वाले लोग हैं लेकिन जब इनकी चर्चा करते हैं तो लोगों को लगता है कि ये हमारे मज़हब के दुश्मन हैं. हो सकता है कि 47 के पहले, 69-71 से पहले बांग्लादेश में भी विद्यापति पर्व मनाया जाता हो, होली-दिवाली, रामायण, गीता कश्मीर में भी हुआ करते थे लेकिन अब कहां हैं. हो सकता है कि सौ-दो सौ साल में दरभंगा से भी चले जाएं इसलिए सभी लोग संकल्प लें कि मर जाएंगे, कट जाएंगे लेकिन अपनी संस्कृति को नहीं छोड़ेंगे.'