ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: ग्रामीण कार्य विभाग की बड़ी कार्रवाई: वित्तीय अनियमितता और लापरवाही के आरोप में 2 इंजीनियर सस्पेंड, अन्य पर भी गिरेगी गाज Bihar Crime News: दिनदहाड़े कार सवार से 5 लाख की लूट, बहन की शादी के लिए कर्ज लेकर जा रहा था घर स्वामी सहजानंद सरस्वती के नाम पर बिहटा एयरपोर्ट रखने की मांग, युवा चेतना के संयोजक ने नागरिक उड्डयन मंत्री से की मुलाकात TCH एदुसर्व ने किया ऐलान: BPSC TRE-4.0, CTET और STET के लिए नए बैच की शुरुआत, सीमित सीटें, जल्द कराए नामांकन गोपालगंज से बड़ी खबर: नहाने के दौरान गंडक नदी में डूबे 3 बच्चे, तलाश जारी Bihar Co Suspend: 'मंत्री' को गलत जानकारी देना CO को पड़ा महंगा, दो अधिकारी सस्पेंड CHAPRA: शहीद इम्तियाज को श्रद्धांजलि देने घर पहुंचे VIP के प्रतिनिधिमंडल, परिजनों से मिलकर हरसंभव मदद का दिया भरोसा BIHAR: जहानाबाद जेल में तैनात महिला सिपाही ने की आत्महत्या, कटिहार की रहने वाली थी शिवानी, एक महीने में यह तीसरी घटना Bihar News: 30 मई को बिहार दौरे पर नरेंद्र मोदी, इस एयरपोर्ट का करेंगे उद्घाटन; सासाराम में बड़ी जनसभा में होंगे शामिल Bihar News: अब गांव-गांव पहुंचेगी बैंकिंग सेवा, बिहार सरकार खोलेगी 144 नई शाखाएं; होगा रोजगार का श्रृजन

बस शेल्टर निर्माण में बुडको के अधिकारियों ने किया घोटाला, 5 दोषियों पर होगा एक्शन

1st Bihar Published by: Updated Sun, 01 Mar 2020 08:07:48 AM IST

बस शेल्टर निर्माण में बुडको के अधिकारियों ने किया घोटाला, 5 दोषियों पर होगा एक्शन

- फ़ोटो

PATNA : नीतीश सरकार की नाक के नीचे बुडको के अधिकारियों ने घोटाला कर लिया. घोटाला राजधानी पटना में बस सेक्टरों के निर्माण में किया गया है. साल 2013 में पटना के अंदर बस शहीदों का निर्माण कराया गया था. लेकिन नगर विकास एवं आवास विभाग में जितने बस शेल्टर हो के निर्माण की स्वीकृति दी. उससे ज्यादा का निर्माण करवाकर अधिकारियों ने घोटाला कर दिया.


नगर विकास एवं आवास विभाग में बस सही स्तर के लिए साडे 6 मीटर की लंबाई निर्धारित की थी. लेकिन उसे भी बढ़ाकर 9 मीटर कर दिया गया. विधायक ने 104 बस सेंटरों के निर्माण की मंजूरी दी लेकिन 208 बस सेट्रों के निर्माण के लिए निविदा प्रकाशित की गई और यह टेंडर ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड को दे दिया गया. इतना ही नहीं विभागीय मंजूरी के बिना बुडको कंपनी के साथ अगस्त 2014 में 13 करोड़ से ज्यादा का एग्रीमेंट भी कर लिया. 


बिना स्वीकृति के बोर्ड को के अधिकारियों ने बस ट्रैक्टर के निर्माण का एग्रीमेंट कर सरकार को चूना लगाया. विभागीय सहमति के बगैर बुडको ने बस शेल्टर का काम पूरा भी करा लिया. जुलाई 2017 में जब यह मामला विभाग के संज्ञान में आया तो 5 सदस्यों की एक जांच टीम गठित की गई. इस जांच टीम ने बिना प्रशासनिक स्वीकृति के टेंडर करने के लिए बुडको के अधिकारियों को दोषी पाया है.अब विभाग ने बुडको के पांच अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए सहमति दी है. इन अधिकारियों के खिलाफ आरोप पत्र गठित करते हुए कड़ी कार्यवाही की जाएगी. जिन अधिकारियों पर गाज गिरनी है उनमें बुडको के तत्कालीन एमडी और महाप्रबंधक तकनीकी को भी दोषी माना गया है.