बाइक का क्लच प्लेट नहीं बदलने से गुस्साए दूधवाले ने किया अनोखा विरोध प्रदर्शन, खुद पर दूध डालकर लगा सड़क पर लेटने सेक्स रैकेट का भंडाफोड़: स्पा की आड़ में फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिए चल रहा था पूरा धंधा Bihar Crime News: बिहार में आभूषण दुकान से 40 लाख की चोरी का खुलासा, मास्टरमाइंड समेत 6 गिरफ्तार Bihar News: ASAP के सदस्यों ने स्पीकर नंदकिशोर यादव से की मुलाकात, PU को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा देने की मांग Bihar News: ASAP के सदस्यों ने स्पीकर नंदकिशोर यादव से की मुलाकात, PU को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा देने की मांग Bihar Crime News: बिहार में मामूली बात को लेकर खूनी खेल, फरसा से काट कर युवक को मौत के घाट उतारा Bihar Crime News: बिहार में मामूली बात को लेकर खूनी खेल, फरसा से काट कर युवक को मौत के घाट उतारा Bihar News: बिहार के सभी 38 जिलों के शहरी क्षेत्र में पाइपलाइन से पहुंचेगी रसोई गैस, सरकार ने दी मंजूरी Bihar News: बिहार के सभी 38 जिलों के शहरी क्षेत्र में पाइपलाइन से पहुंचेगी रसोई गैस, सरकार ने दी मंजूरी Bihar News: बिहार में मर्यादा की सारी सीमा लांघ गए शिक्षक, देखते ही देखते अखाड़ा बन गया यह यूनिवर्सिटी कैंपस; लालू यादव भी पहुंच गए
1st Bihar Published by: Updated Tue, 28 Dec 2021 04:28:09 PM IST
- फ़ोटो
CHHAPRA : बिहार के छपरा जिले के मुख्य डाकघर से धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां एक एजेंट ने सैकड़ों लोगों के विश्वास को तोड़ते हुए लगभग 5 करोड़ की रकम लेकर फरार हो गया. पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
छपरा के भगवान बाजार थाना इलाके के दौलतगंज मुहल्ले में रहने वाले धीरज अग्रवाल लोगों से रुपये लेकर डाकघर की विभिन्न योजनाओं में जमा करने का काम करता था. करीब 10 वर्ष में आरोपी ने जमाकर्ताओं के मन में इतना विश्वास बना लिया था कि जमाकर्ता एक बार खाता खुलने के बाद कभी भी उससे अपनी पासबुक तक भी नहीं मांगा करते थे. एजेंट धीरज अपनी बुजुर्ग मां के नाम पर बचत एजेंसी चलाता था.
हैरत की बात यह है कि धीरज पैसा जमा करने के दौरान ही लोगों से निकासी फॉर्म पर साइन करवा लेता था. लोगों को तगड़ा झटका तब लगा जब लगभग 4 दिन पहले धीरज सबके पैसे लेकर अपने घर से सपरिवार रफूचक्कर हो गया. जब लोगों को जानकारी मिली तो आरोपी के घर जाकर अपनी-अपनी पासबुक तलाशने लगे और जिसके हाथ जिसकी पासबुक लगी, लेकर चला गया.
पोस्ट आफिस जमा एजेंट के प्रतिनिधि की फरारी के बाद डाकघर के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वतः संज्ञान लेकर एक अलग काउंटर खोल दिया, जिस पर सभी पीड़ित जमाकर्ता अपने खाते और जमाराशि की अपडेट जानकारी ले सकें.