ब्रेकिंग न्यूज़

मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर Bihar News: गयाजी के सूर्यकुंड तालाब में सैकड़ों मछलियों की मौत, भीषण गर्मी या है कोई और वजह?

जब बैंक स्टाफ की छोटी सी गलती से दूसरे के खाते में ट्रांसफर हो गए दो हजार करोड़, जानिए.. फिर क्या हुआ?

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 08 Dec 2024 06:18:55 PM IST

जब बैंक स्टाफ की छोटी सी गलती से दूसरे के खाते में ट्रांसफर हो गए दो हजार करोड़, जानिए.. फिर क्या हुआ?

- फ़ोटो

DESK: साल 2012 में जर्मनी के एक बैंक में एक अजीब घटना घटी। एक क्लर्क ने काम करते-करते थकान के कारण गलती से 222,222,222.22 यूरो (लगभग 2000 करोड़ रुपये) का ट्रांसफर ऑर्डर दे दिया। हालांकि, इस गलती को समय रहते पकड़ लिया गया और धनराशि ट्रांसफर नहीं हो पाई।


सुपरवाइजर को मिली सजा

इस घटना के बाद बैंक ने इस ट्रांजैक्शन को मंजूरी देने वाले सुपरवाइजर को नौकरी से निकाल दिया। बैंक का कहना था कि सुपरवाइजर ने डॉक्यूमेंट्स को ठीक से चेक नहीं किया था। लेकिन सुपरवाइजर ने इस फैसले को कोर्ट में चुनौती दी। सुपरवाइजर का कहना था कि वह प्रतिदिन सैकड़ों ट्रांजैक्शंस को मंजूरी देते हैं और इतने काम के बोझ में छोटी-मोटी गलती हो सकती है।


कोर्ट ने सुनाया फैसला

कोर्ट ने सुपरवाइजर के पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा कि बैंक का फैसला न्यायसंगत नहीं था। कोर्ट ने कहा कि सुपरवाइजर ने जानबूझकर कोई गलती नहीं की थी और न ही उसने घोर लापरवाही बरती थी। कोर्ट ने बैंक को सुपरवाइजर को फिर से नौकरी पर वापस लेने का आदेश दिया है।


अब इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आईं। कुछ लोगों का मानना है कि बैंक को सुपरवाइजर को नौकरी से निकालने की बजाय उन्हें चेतावनी देनी चाहिए थी। कुछ लोगों का कहना है कि सुपरवाइजर को अपनी गलती की जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी।