1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 22 Apr 2024 09:00:26 PM IST
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PATNA: दलित वोट बैंक की राजनीति कर रही लोजपा(रामविलास) ने अनुसूचित जाति-जनजाति उत्पीड़न के लिए चार्टशीटेड व्यक्ति को लोकसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार बना दिया है. खगड़िया लोकसभा से लोजपा(रामविलास) के उम्मीदवार बनाये गये राजेश वर्मा एससी-एसटी एक्ट के चार्जशीटेड अभियुक्त हैं. उनके खिलाफ न सिर्फ चार्जशीट दायर किया जा चुका है बल्कि कोर्ट ने आरोप भी तय कर दिया है.
लोजपा (रामविलास) के प्रत्याशी राजेश वर्मा भागलपुर कोतवाली थाना में दर्ज केस संख्या-300/2019 के अभियुक्त हैं. उनके खिलाफ अनुसूचित जाति-जनजाति के व्यक्ति को जातिसूचक गालियां देने, दुर्व्यवहार करने समेत कई गंभीर आरोप लगे हैं. पुलिस ने इस केस के दर्ज होने के बाद अपनी जांच में राजेश वर्मा पर लगे आरोपों को सही पाया. इसके बाद राजेश वर्मा के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दायर किया गया, कोर्ट ने भी राजेश वर्मा के खिलाफ आरोप तय कर दिये हैं. पुलिस ने इस मामले में एससी-एसटी एक्ट के साथ साथ आईपीसी की धारा 427, 448, 353, 504, 506 के तहत राजेश वर्मा के खिलाफ चार्जशीट दायर किया है. इस केस की सुनवाई भागलपुर के एडीजी-3 के कोर्ट में हो रही है.
इनकम टैक्स ने की भी छापेमारी
दिलचस्प बात ये है कि इस चुनाव में एनडीए भ्रष्टाचार को मुद्दा बना रहा है लेकिन राजेश वर्मा के घर इनकम टैक्स विभाग की भारी छामेपारी हो चुकी है. उन पर गुंडा बैंक चलाने का आरोप लगा था. करीब दो साल पहले गुंडा बैंक के मामले में ही इनकम टैक्स की टीम ने चार दिनों तक राजेश वर्मा के कई ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी की थी. राजेश वर्मा पर गुंडा बैंक चलाने का भी आरोप लगा था, जिसकी ईडी ने भी जांच पड़ताल की थी.
वैसे राजेश वर्मा लोजपा(रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान के करीबी बताये जाते हैं. लोजपा ने उन्हें 2020 में विधानसभा चुनाव का टिकट दिया था. हालांकि वे बुरी तरह चुनाव हारे थे. अब उन्हें खगड़िया से लोकसभा का उम्मीदवार बनाया गया है.