PATNA : लोक जनशक्ति पार्टी में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच आज चिराग पासवान ने एलजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिल्ली में बुलाई है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक सुबह तकरीबन 11:30 बजे उनके दिल्ली स्थित 12 जनपथ आवास पर शुरू होगी। चिराग के अलावे पार्टी के अन्य बड़े नेता इस बैठक में शामिल होंगे। कार्यकारिणी की बैठक में भविष्य को लेकर पार्टी की रणनीति तय की जाएगी। पशुपति पारस ने जिस तरह एलजेपी में टूट को अंजाम दिया उसके बाद चिराग पासवान अब आगे की रणनीति बनाएंगे।
इसके पहले चिराग पासवान ने शनिवार की देर शाम लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की। ओम बिरला को उन्होंने एलजेपी की तरफ से एक ज्ञापन भी सौंपा जिसमें यह दावा किया गया कि पारस समेत पांच सांसदों को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। ऐसे में एलजेपी संसदीय दल के नेता पद पर पारस का चयन सही नहीं है। लोकसभा अध्यक्ष से चिराग पासवान ने अपने फैसले पर पुनर्विचार का आग्रह किया। उधर इस मामले पर लोकसभा अध्यक्ष पहले ही कह चुके हैं कि उनका फैसला बिल्कुल सही है। ओम बिरला ने कहा की पशुपति पारस को बीजेपी संसदीय दल के नेता के तौर पर मान्यता नियमों के तहत दी गई है। यह मामला एलजेपी में डिफेक्शन का नहीं है बल्कि संसदीय दल के नेता के चयन का है।
एक तरफ चिराग पासवान आज अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भविष्य के कार्यक्रम तय करेंगे। बिहार आने का उनका शेड्यूल तय होगा। चिराग पासवान के नजदीकी सूत्रों की मानें तो आगे आने वाले दिनों में वह बिहार में एक राजनीतिक यात्रा की शुरुआत भी करेंगे। लेकिन दूसरी तरफ पशुपति पारस ने शनिवार को ताबड़तोड़ अपनी नई कार्यकारिणी का एलान किया। नई कार्यकारिणी का एलान सबसे पहले शनिवार की दोपहर किया गया लेकिन शाम होते-होते इसमें 6 नाम और जोड़ दिए गए। दोनों खेमों की तरफ से अपने-अपने दावे को मजबूत करने का प्रयास जारी है। चिराग पासवान के लिए राहत की बात यह है कि चुनाव आयोग में पारस गुट की तरफ से जो दावा किया गया है उसमें राष्ट्रीय कार्यकारिणी की पटना में हुई बैठक में शामिल होने वाले नेताओं की लिस्ट शामिल नहीं है जबकि चिराग पासवान के साथ वह सूची मौजूद है जो राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं और उनकी बैठकों में शामिल हो रहे हैं।