चिराग पासवान का बड़ा बयान: तेजस्वी यादव से मेरी लगातार बात हो रही है, क्या बिहार में बदलेगा सियासी समीकरण?

चिराग पासवान का बड़ा बयान: तेजस्वी यादव से मेरी लगातार बात हो रही है, क्या बिहार में बदलेगा सियासी समीकरण?

DELHI : लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी .यादव को लेकर बड़ा बयान दिया है. चिराग पासवान ने कहा है कि तेजस्वी यादव से उनकी लगातार बात हो रही है. हालांकि चिराग ने इसका कोई सियासी मतलब नहीं निकालने को कहा है. लेकिन इशारों को अगर समझें तो बिहार में बड़े सियासी फेरबदल की संभावनायें दिखने लगी हैं.


क्या बोले चिराग पासवान
दिल्ली में एक मीडिया साक्षात्कार में चिराग पासवान ने पहली दफे स्वीकारा कि तेजस्वी यादव से उनकी लगातार बात हो रही है. हम आपको शब्दःश बता रहे हैं कि चिराग ने क्या कहा “तेजस्वी मेरे छोटे भाई हैं औऱ मैंने हमेशा इस बात को ऑन रिकार्ड कहा है. हम दोनों ऐसे परिवार से आते हैं जहां उनके पिता औऱ मेरे पिता दोनों एक अच्छे मित्र रहे हैं. दोनों ने लंबे समय तक एक साथ काम किया है. तो इस नाते मेरी उनसे लगातार बात होती रहती है. ऐसा नहीं है कि ये प्रकरण चल रहा है इसलिए उनसे मेरी बात हो रही है. उनसे मेरी निरंतरता में बात होती रहती है.”


वैसे चिराग पासवान ने इसका सियासी मतलब नहीं निकालने को कहा. उन्होंने कहा कि उनके पिता स्व. रामविलास पासवान से उनको सीख मिली है कि सत्ता पक्ष हो या विपक्ष हरेक जगह उनके मित्र होते थे औऱ हर जगह उनकी बात होती रहती थी. वे अपने पिता के बताये रास्ते पर चल रहे हैं इसलिए सारे जगहों पर उनके निजी संबंध हैं.


बीजेपी नेताओं से भी हो रही बात
चिराग पासवान ने कहा है कि ऐसा ही नहीं है कि सिर्फ विपक्ष के नेताओ से ही उनकी बातचीत हो रही है. भाजपा में भी कई ऐसे लोग हैं जिनसे उनकी बातचीत होती रहती है. जब लोजपा में ये वाकया हुआ तो भाजपा के भी कई नेताओँ ने उन्हें फोन किया औऱ अपनी सहानुभूति जतायी. हां बीजेपी के किसी नेता ने आधिकारिक तौर पर ये नहीं कहा कि वे पार्टी का क्या स्टैंड है. लेकिन व्यक्तिगत तौर पर कई नेताओं ने मुझसे बात की है. 


नरेंद्र मोदी से फिर पूछा सवाल
चिराग पासवान ने फिर से नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा है कि उनके हनुमान का वध हो रहा है तो क्या राम खामोश देखते रहेंगे. चिराग ने कहा कि पिछले 7 सालों में उन्होंने नरेंद्र मोदी के लिए हनुमान का काम किया है. उनके हर फैसले का समर्थन किया है. चाहे वो चुनाव का मामला हो या फिर संसद में विवादित विधेयकों को पास कराने का मौका. चाहे तो राम मंदिर का मसला हो या फिर धारा 370 या ट्रिपल तलाक या CAA-NRC का मसला.


चिराग ने कहा कि ऐसे हर मौके पर उन्होंने नरेंद्र मोदी का साथ दिया. वहीं ऐसे हर मौके पर नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी का विरोध किया. CAA-NRC के खिलाफ तो उन्होंने बकायदा विधानसभा से प्रस्ताव पारित करा दिया. अब वही नीतीश कुमार अगर चिराग पासवान का राजनीतिक वध करने में लगे हैं तो नरेंद्र मोदी का खामोश रहना उचित नहीं दिखता.