चिराग पासवान पर नरम पड़े जेडीयू के तेवर, नीतीश के मंत्री ने कहा सबकी बात सुनेंगे

चिराग पासवान पर नरम पड़े जेडीयू के तेवर, नीतीश के मंत्री ने कहा सबकी बात सुनेंगे

PATNA : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक घटनाक्रम बहुत तेजी से बदल रहा है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार और लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान के बीच टकराव की वजह से लगातार यह कयास लगते रहे हैं कि एनडीए टूट की ओर बढ़ रहा है क्योंकि कुछ चिराग पासवान भी उसके संकेत देते रहे हैं. दूसरी तरफ चिराग पासवान को लेकर जेडीयू के तेवर कभी गरम तो कभी नरम पड़ते रहे हैं. 



2 दिन पहले चिराग पासवान ने यह कहा है कि नीतीश कुमार महागठबंधन के एजेंडे पर सरकार चला रहे हैं. सात निश्चय महागठबंधन का एजेंडा है और एजेंडा बदला जाना चाहिए सरकार एनडीए के एजेंडे पर चलनी चाहिए एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत चलना चाहिए. चिराग पासवान के इस बयान पर बिहार सरकार के मंत्री और जेडीयू नेता महेश्वर हजारी की प्रतिक्रिया सामने आई है. फर्स्ट बिहार से बातचीत करते हुए महेश्वर हजारी ने कहा कि नीतीश कुमार जब महागठबंधन से अलग हुए तो महागठबंधन नाम का महागठबंधन रह गया. बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए चुनाव लड़ने जा रहा है चुनाव से पहले उच्च स्तरीय बैठक होगी और सभी सहयोगी दलों की भावनाओं का ख्याल रखा जाएगा उनकी बात सुनी जाएगी. 


जाहिर है अब तक चिराग पासवान को लेकर आक्रामक रुख रखने वाली जेडीयू के तेवर बदले हुए हैं सवाल है क्या यह जेपी नड्डा और नीतीश कुमार की मुलाकात का असर है. बाहर हाल 16 सितंबर को लोजपा संसदीय बोर्ड की बैठक होनी है और इस बैठक पर एक बार फिर सबकी निगाहें टिकी हुई है क्या इसी दिन चिराग पासवान कोई बड़ा फैसला लेने वाले हैं.क्योंकि बिहार की सियासत के लिए यह सवाल सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है कि चिराग पासवान एनडीए छोड़ेंगे या एनडीए में रहेंगे.