जमुई पुलिस कैंप में हादसा: पानी की टंकी गिरने से दो CRPF जवान घायल, अस्पताल में भर्ती पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह को मिली जमानत, आचार संहिता उल्लंघन मामले में बिक्रमगंज कोर्ट से मिली राहत साइबर थाने में केस दर्ज होने पर बोले सुनील सिंह, कहा..हमारी आवाज को कोई दबा नहीं सकता काउंटिंग से पहले तेजस्वी यादव ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग, महागठबंधन के तमाम नेता मौजूद श्रेयसी सिंह को जान से मारने की मिली धमकी, साइबर DSP से भाजपा प्रत्याशी ने की शिकायत Bihar Election 2025: 14 नवंबर को सुबह 8 बजे से शुरू होगी बिहार चुनाव की मतगणना, 4372 काउंटिंग टेबलों पर 5 करोड़ वोटों की गिनती Bihar Election 2025: 14 नवंबर को सुबह 8 बजे से शुरू होगी बिहार चुनाव की मतगणना, 4372 काउंटिंग टेबलों पर 5 करोड़ वोटों की गिनती दिल्ली ब्लास्ट अलर्ट के बीच बाबा बागेश्वर की पदयात्रा में घुसा संदिग्ध युवक, फर्जी पुलिस आईडी के साथ गिरफ्तार जमुई में मतगणना की तैयारियाँ पूरी: डीएम-एसपी ने की संयुक्त ब्रीफिंग, सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम Bihar Politics: ‘सपने देखना अच्छी बात, लेकिन सीएम बनने का सपना न देंखे’, तेजस्वी के शपथ वाले बयान पर शांभवी चौधरी का पलटवार
1st Bihar Published by: Updated Thu, 10 Sep 2020 04:15:28 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने सीएम नीतीश कुमार को आज एक पत्र लिखा है। सीएम को लिखे अपने पत्र में ‘कुशवाहा’ ने लिखा है कि कुशवाहा समाज से आने वाले नौजवानों की हत्या हो रही है और हत्याओं के नामजद अपराधी छुटटा घूम रहे हैं। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है-‘कल मेरे पास राज्य भर से कुशवाहा समाज के सैंकड़ो युवक मिलने आए थे। उन्होंने हाल के महीनों में कुशवाहा समाज के दर्जनों युवक की अकारण हत्या पर ब्योरावार चर्चा की। पीड़ितों में कई युवक काफी मेघावी और राज्य के भविष्य के उपयोगी युवक भी शामिल थे।
जिला पुलिस ने कोई अपेक्षित कार्यवाही नहीं की।नतीजा के तौर पर नामजद सहित लगभग सभी अपराधी आज भी छुट्टा घूम रहे हैं। इन घटनाओं से पूरा कुशवाहा समाज चिंतित और आक्रोशित है। विरोध की आवाज उठाने पर नौजवानों की आवाज दबाने के लिए उनपर मुकदमा किया जा रहा है। इसी तरह की कार्यवाही में सीवान के रवि प्रकाश कुशवाहा समेत 90 लोगों को अभियुक्त बना दिया गया है।
आपका ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहना चाहते हैं कि घटना को अंजाम देने वालों को अविलंब कानून के दायरे में लाकर गिरफ्तार किया जाना चाहिए। मृतकों के परिजनों को सरकार सहायता दें। निराश्रित पीड़ित परिवार के किसी व्यक्ति को सरकार नौकरी दे। घटना के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर किये गये मुकदमें वापस लिये जाएं।