Bihar Teacher Transfer: राज्य के 11 हजार से ज्यादा शिक्षकों का तबादला, आधी रात ACS का बड़ा फेरबदल Tejashwi Yadav letter to Amit Shah: तेजस्वी यादव ने अमित शाह को लिखा पत्र, जानिए क्या है वजह? Bihar News: 2 बच्चों की माँ से अँधेरे में मिलने पहुंचा 4 बच्चों का पिता, गाँव वालों ने फिर ऐसे उतारा प्यार का भूत justice Yashwant Verma case: जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ FIR दर्ज करने पर सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल सुनवाई के लिए दी मंजूरी Jyoti Malhotra: पाकिस्तानी जासूस की रडार पर बिहार का यह लोकप्रिय मंदिर? सक्रिय हुई पुलिस Saudi Arabia: 8 महीने से न वेतन, न खाना.. सऊदी अरब में फंसे बिहार के दर्जनों मजदूर Ram Gopal yadav caste remarks controversy: विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर जातिसूचक टिप्पणी की जांच करेगा SC-ST आयोग Natural Hydrogen: धरती की गहराइयों में मिला खजाना, 1.70 लाख साल तक दुनिया को नहीं होगी स्वच्छ ऊर्जा की कमी Bihar News: अब निजी एजेंसी नहीं, भवन निर्माण विभाग खुद करेगा निर्माण सामग्री की जांच Hon Hai: काम न आया ट्रंप का मुंह फुलाना, Apple की पार्टनर कंपनी भारत में करेगी 12,800 करोड़ का निवेश
1st Bihar Published by: Updated Thu, 06 May 2021 01:04:44 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: कोरोना की दूसरी लहर से बिहार में हाहाकार मचा हुआ है। कोरोना से बिगड़ते हालात पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने चिंता जतायी है। तेजस्वी ने कहा कि कोरोना महामारी से जुझ रहे लोगों को ना तो अस्पताल में बेड नसीब हो रहा है और ना ही ऑक्सीजन और वैक्सीन।
लोगों की इस स्थिति के लिए उन्होंने बिहार की एनडीए सरकार को घेरा। तेजस्वी ने इसे लेकर एक ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि "बिहार से NDA के 40 में से 39 लोकसभा सांसद,9 राज्यसभा MP,5 केंद्रीय मंत्री है। 16 वर्षों से NDA के CM नीतीश कुमार और दो-दो उपमुख्यमंत्री है फिर भी बिहार वैक्सीन, ऑक्सीजन और बेड की उपलब्धता में सबसे नीचे है।इतनी बेशर्म,विफल,नाकारा व निक्कमी सरकार पृथ्वी ग्रह पर कहीं और नहीं मिलेगी।"
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि विगत 3-4 वर्षों में आपदा-विपदा जैसे चमकी बुख़ार, बाढ़-सुखाड़, जल जमाव, प्रवासी श्रमिकों का पलायन और कोरोना के मामले में बिहार को कभी भी केंद्र सरकार का सकारात्मक सहयोग नहीं मिला।
बिहार के लोगों ने लोकसभा चुनाव में NDA को प्रचंड बहुमत दिया लेकिन केंद्र सरकार की पक्षपाती नीतियों, निर्णयों और सौतेले व्यवहार से ऐसा प्रतीत होता है मानों केंद्र सरकार बिहार को देश का अभिन्न अंग नहीं मानती। जनसंख्या व क्षेत्रफल के साथ साथ ग़रीबी, बेरोज़गारी, पलायन और कोरोना संक्रमण दर में बिहार देश के अव्वल प्रदेशों में है लेकिन बिहार को उस अनुपात में केंद्र से सहयोग नहीं मिलता।
तेजस्वी ने कहा कि इसके लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोषी मानता हूं। जिन्होंने इस बात को मजबूती से नहीं रखा जबकि दूसरे प्रदेशों के मुख्यमंत्री अपनी बात प्रधानमंत्री के समक्ष रखते हैं। तेजस्वी ने कहा कि बिहारर के इतिहास के सबसे कमजोर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं।
प्रदेश में व्याप्त समस्याओं और संसाधनों की कमी को ना वे स्वीकार करते है और ना ही अहंकारवश केंद्र सराकर से कोई मांग करते हैंं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सिर्फ कोरोना से मौत और जांच के आंकड़े कम करने में व्यक्त हैं। उन्होंने बिहार को भगवान और यमराज के भरोसे छोड़ रखा है।
तेजस्वी ने कहा कि इससे शर्मनाक और भ्रमित बात क्या हो सकती है कि अब तो कोर्ट को भी गुमराह करने का काम वे करने लगे हैं। तेजस्वी ने कहा कि हम जानते है अब उनमें विशेष राज्य का दर्जा मांगने की तो छोड़िए बिहार का वाजिब अधिकार मांगने की भी हिम्मत नहीं बची है।