बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजपुर के बड़हरा में भोजन वितरण और सामुदायिक किचन का पांचवां दिन Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Vaishali-Encounter: मारा गया कुख्यात अपराधी, पुलिस के साथ मुठभेड़ में हुआ ढेर--एसटीएफ का एक जवान घायल Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला, डायल 112 के जवानों ने भागकर बचाई जान; 18 लोगों पर केस दर्ज बिहार में जीविका योजना से बदली महिलाओं की जिंदगी, 57 हजार करोड़ का मिला ऋण Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी
1st Bihar Published by: AKASH KUMAR Updated Wed, 31 Mar 2021 08:58:38 PM IST
- फ़ोटो
AURANGABAD: मॉडल अस्पताल का दर्जा मिले सदर अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गयी। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। इस दौरान परिजनों ने ऑपरेशन थियेटर से लेकर वार्ड तक हंगामा मचाया। परिजनों के हंगामे के बाद अस्पताल के कर्मचारी और डॉक्टर मौके से भाग खड़े हुए।
इस बात की सूचना अस्पताल के कर्मचारियों ने प्रबंधक हेमंत राजन को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंचे सदर अस्पताल के प्रबंधक ने हंगामा कर रहे मृतक के परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
बताया जाता है कि सदर प्रखंड के कर्मा भगवान निवासी आदर्श सिंह की पत्नी बेबी देवी प्रसव पीड़ा से ग्रसित थी। जिसे परिजन मंगलवार की रात सदर अस्पताल लेकर पहुंचे थे। जहां महिला की स्वस्थ हालत को देखकर चिकित्सकों ने अस्पताल में भर्ती कर लिया। आज बुधवार की दोपहर महिला की सिजीरियन ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई। यही नहीं उसकी नवजात को भी चिकित्सक नहीं बचा सके।
जब परिजनों को इस घटना की जानकारी मिली तो परिजन आक्रोशित हो उठे और लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची नगर थाना पुलिस और अस्पताल प्रबंधक ने आक्रोशित परिजनों को किसी तरह शांत कराया।
आश्चर्य की बात तो यह है कि अस्पताल में घंटों हुए हंगामे के बारे में जब ड्यूटी पर तैनात नर्स से बात की गई तब उसने बताया कि इस मामले की उसे कोई जानकारी नहीं है। वही सीएस और डीएस ताला बंदकर मौके से फरार हो गये। परिजन इलाज में लापरवाही का आरोप लगा मामले की जांच की मांग कर रहे हैं।