PATNA: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देश भर में विपक्षी पार्टियों का गठबंधन बनाने का दावा कर रहे हैं. लेकिन क्या वे बिहार में महागठबंधन के बीच सीटों का बंटवारा सही से कर पायेंगे. हालात तो ऐसे नहीं लग रहे हैं. विधानसभा में दो विधायकों वाली पार्टी सीपीआई ने आज बड़ा दावा कर दिया. सीपीआई ने कहा है कि बिहार में सीट शेयरिंग पर जल्द फैसला होना चाहिये.
20 लोकसभा सीटों पर सीपीआई का प्रभाव
सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान ने आज पटना में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन को सीटों के समायोजन पर जल्द पहल करनी चाहिये. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन सरकार को भी समायोजन का खाका रखना चाहिए. महागठबंधन में शामिल पार्टियों के उनके प्रभाव के हिसाब से समायोजित किया जाना चाहिये. यानि उन्हें उसी तरीके से सीटें मिलनी चाहिये. अतुल अंजान ने कहा कि बिहार में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी यानि सीपीआई का प्रभाव 20 लोकसभा क्षेत्रों पर रहा है. लोकसभा चुनाव में पार्टी को यहां सम्मानजनक संख्या में सीट चाहिये.
अतुल अंजान ने कहा कि बिहार में उनकी पार्टी कितने सीटों की मांग करेगी, इसका खुलासा समय आने पर होगा. जब सीट शेयरिंग की बात होगी तो सीपीआई अपनी मांग रखेगी. वैसे जो नया इंडिया गठबंधन बना है उसमें सीपीआई को देश भर में 40 से 45 सीटें चाहिये. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन में शामिल सभी पार्टियों को ये ध्यान रखना चाहिये कि दिल्ली में अगली सरकार नीतियों की सरकार बने, पार्टियों की नहीं. ये जिम्मेवारी सिर्फ सीपीआई की नहीं है बल्कि राजद, जदयू समेत बाकी सारी पार्टी की भी जिम्मेवारी है. सीपीआई कांग्रेस को भी कहेगी कि वह धैर्य रखे.
अतुल अंजान ने दावा किया कि तमाम अंतर्विरोधों के बावजूद इंडिया गठबंधन कायम रहेगा और इसमें शामिल सभी पार्टियां एकजुट रहेंगी. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला. अतुल अंजान ने कहा कि अपने भाषण से मोदी ने लालकिला की गरिमा गिरा दी. उन्हें परिवारवाद पर बोलने का हक नहीं है. उन्होंने भाजपा के परिवारवादी नेताओं के नाम भी गिनाए.