MUZAFFARPUR: HAM के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक, संतोष सुमन बोले..विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को बनाया जाएगा मजबूत BIHAR: ग्रामीण कार्य विभाग की बड़ी कार्रवाई: वित्तीय अनियमितता और लापरवाही के आरोप में 2 इंजीनियर सस्पेंड, अन्य पर भी गिरेगी गाज Bihar Crime News: दिनदहाड़े कार सवार से 5 लाख की लूट, बहन की शादी के लिए कर्ज लेकर जा रहा था घर स्वामी सहजानंद सरस्वती के नाम पर बिहटा एयरपोर्ट रखने की मांग, युवा चेतना के संयोजक ने नागरिक उड्डयन मंत्री से की मुलाकात TCH एदुसर्व ने किया ऐलान: BPSC TRE-4.0, CTET और STET के लिए नए बैच की शुरुआत, सीमित सीटें, जल्द कराए नामांकन गोपालगंज से बड़ी खबर: नहाने के दौरान गंडक नदी में डूबे 3 बच्चे, तलाश जारी Bihar Co Suspend: 'मंत्री' को गलत जानकारी देना CO को पड़ा महंगा, दो अधिकारी सस्पेंड CHAPRA: शहीद इम्तियाज को श्रद्धांजलि देने घर पहुंचे VIP के प्रतिनिधिमंडल, परिजनों से मिलकर हरसंभव मदद का दिया भरोसा BIHAR: जहानाबाद जेल में तैनात महिला सिपाही ने की आत्महत्या, कटिहार की रहने वाली थी शिवानी, एक महीने में यह तीसरी घटना Bihar News: 30 मई को बिहार दौरे पर नरेंद्र मोदी, इस एयरपोर्ट का करेंगे उद्घाटन; सासाराम में बड़ी जनसभा में होंगे शामिल
1st Bihar Published by: Updated Wed, 08 Jun 2022 02:12:58 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : सुशासन की पुलिस को पहले से और ज्यादा स्मार्ट बनाने के लिए राज्य के डीजीपी एसके सिंघल लगातार बैठकें कर रहे हैं। मंगलवार को डीजीपी ने पटना में बेहतर पुलिसिंग के लिए हाई लेवल मीटिंग की थी। बैठक में साल 2047 तक बिहार पुलिस को स्मार्ट बनाने के लिए विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने की बात हुई है। एक तरफ राज्य के डीजीपी जहां क्राइम कंट्रोल समेत बेहतर पुलिसिंग के लिए विजन डाक्यूमेंट बनाने में जुटे हुए हैं, वहीं राज्य के अंदर ऐसे थानेदार भी हैं जो क्राइम कंट्रोल से ज्यादा दिलचस्पी जमीन विवाद से जुड़े मामलों में दिखाते हैं।
हद तो यह है कि जमीन विवाद से जुड़े मामलों में अपनी दिलचस्पी के दौरान ऐसे थानेदार सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं करते। बक्सर नगर थाने के थानेदार दिनेश मालाकार का नाम आजकल ऐसी ही वजहों से सुर्खियों में है। जमीन विवाद से जुड़े मामलों में बक्सर नगर थाना के थानेदार कोर्ट के आदेश की परवाह किए बगैर पुलिसिया एक्शन ले रहे हैं और उन्हें इस बात की परवाह भी नहीं दिखती की ऐसे मामलों में न्यायालय के रुख का सम्मान किया जाना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश की परवाह नहीं
जमीन विवाद से जुड़े मामले में पुलिस एक्शन लेते वक्त सुप्रीम कोर्ट के आदेश की परवाह नहीं किए जाने का आरोप बक्सर नगर थाने के थानेदार दिनेश मालाकार के ऊपर इसी साल मार्च महीने में लगा था। बक्सर मेन रोड स्थित एक जमीन और मकान की खरीद–बिक्री के विवाद में जब सुप्रीम कोर्ट से एक पक्ष को जीत मिल गई उसके बावजूद पुलिस ने इस मामले में हस्तक्षेप किया।
बक्सर नगर थाने के थानेदार दिनेश मालाकार के ऊपर आरोप लगाया कि उन्होंने दूसरे पक्ष को मदद पहुंचाने के लिए जमीन का मालिकाना हक रखने वाली एक महिला को डराया–धमकाया। महिला ने मीडिया के सामने आकर दिनेश मालाकार के ऊपर गंभीर आरोप लगाए थे। यह मामला बक्सर के एसपी तक पहुंचा था लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश को दरकिनार कर एक्शन लेने वाले दिनेश मालाकार के ऊपर जिला पुलिस कप्तान में कोई संज्ञान नहीं लिया।
मतलब यह कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश बिहार के एक थानेदार के लिए कोई मायने नहीं रखता। थानेदार दिनेश मालाकार के ऊपर एक बार फिर इसी तरह का आरोप लगा है। जमीन विवाद से जुड़े एक नए मामले में थानेदार ने इसी तरह की कार्रवाई कराई है। पिछले दिनों नालबंद टोली के रहने वाले एक शख्स ने आरोप लगाया कि एसडीओ कोर्ट में जमीन विवाद से जुड़ा मामला लंबित होने के बावजूद पुलिस ने विवादित जमीन की दीवार को अपने सामने गिरने दिया। पुलिस की मौजुदगी में दूसरे पक्ष ने जमीन की दीवार को गिराया जबकि मामला कोर्ट में चल रहा है। इस मामले में भी आरोप थानेदार दिनेश मालाकार के ऊपर लगे लेकिन फिर एकबार बक्सर पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में संज्ञान नहीं लिया है।
थानेदार का विवादों से पुराना रिश्ता
जिले में इस वक्त बक्सर नगर थाने के थानेदार दिनेश मालाकार की चर्चा इन्हीं वजहों से ज्यादा हो रही है लोग यह सवाल भी पूछ रहे हैं कि जब सुप्रीम कोर्ट से लेकर स्थानीय कोर्ट तक के मामलों में पुलिस मनमानी करती नजर आ रही है तो नगर थानेदार के खिलाफ जिले के पुलिस अधीक्षक कोई संज्ञान क्यों नहीं ले रहे? क्या सुप्रीम कोर्ट के आदेश को दरकिनार कर थानेदार की तरफ से की गई कार्रवाई को पुलिस कप्तान सही मानते हैं?
दिनेश मालाकार के ऊपर पिछले दिनों एससी–एसटी एक्ट के तहत एक मामला भी दर्ज हुआ था इस मामले में भी जांच चल रही है। मालाकार का विवादों से पुराना रिश्ता भी रहा है। नालंदा में तैनात रहते हुए दिनेश मालाकार का एक ऑडियो भी वायरल हुआ था। ऑडियो में दिनेश मालाकार और एक लड़की के बीच बातचीत वायरल हुई थी, तब लड़की के साथ उनके संबंधों को लेकर खबरें सामने आई थीं। उस वक्त दिनेश मालाकार नालंदा के एकंगरसराय थाने में तैनात थे।
कोर्ट के आदेश की परवाह किए बगैर थानेदार जिस तरह काम कर रहे हैं उसे लेकर यह सवाल उठना भी लाजमी है कि क्या वाकई बिहार के डीजीपी को इस बात की जानकारी नहीं है कि उनके ही निचले अधिकारी कैसे काम कर रहे हैं! क्या एक थानेदार को उन्होंने इतना अधिकार दे दिया है कि वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश की भी परवाह ना करे? सवाल कई हैं लेकिन अब तक बक्सर के नगर थानेदार से जुड़े मामलों में वरीय अधिकारी तो कान में तेल डालकर सोए हुए ही नजर आ रहे हैं।