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1st Bihar Published by: Updated Tue, 05 Jul 2022 03:10:10 PM IST
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DESK : देश में राष्ट्रपति चुनाव का बिगुल बज चूका है. आने वाली 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होंगे. इसके दो दिन बाद यानि 21 जुलाई को देश को नए राष्ट्रपति मिल जाएंगे. ऐसे में राष्ट्रपति चुनाव के लिए दो उम्मीदवार का नाम भी सामने आ चुका है. एनडीए की तरफ से द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं, विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति उम्मीदवार पर अपना भरोसा जताया है. द्रौपदी मुर्मू आज बिहार दौरे पर भी आई. यहां उन्होंने नेताओं से अपने समर्थन में वोट देने की अपील की.
इससे पहले एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू झारखंड की राजधानी रांची पहुंची थी. रांची में मुर्मू काफी भावुक अंदाज में नेताओं से मुलाकात की. इस दौरान मुर्मू ने पुराने दिनों की यादों को भी ताजा किया. बातचीत में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई उस मुलाकात को भी याद किया जब उन्होंने एनडीए की तरफ से उन्हें राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया. मुर्मू ने बताया जब पीएम मोदी ने उनसे कहा कि राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की तरफ से उम्मीदवार बनाया गया है, उन्हें यकीन नहीं हुआ. इसके बाद उन्होंने कहा था कि वो एक छोटा से गांव से आती हैं. पहले शिक्षक और फिर मंत्री बनीं. लेकिन, क्या वो राष्ट्रपति बनने के लायक हैं? पीएम ने उनकी इस बात पर हौसला बढ़ाते हुए कहा उनके साथ पूरा देश है. देश के लोग ही उनकी ताकत है और सबसे बढ़कर संविधान और संविधान के द्वारा दी गई ताकत है. संविधान ही उनका मार्गदर्शन करेगा.
बता दें कि द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समाज से आती हैं. उनका जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरगंज जिले के बैदपोसी गांव में हुआ था. द्रौपदी का बचपन गरीबी और अभावों के बीच बीता. ऐसी स्थिति में संघर्ष करते हुए उन्होंने बीए तक शिक्षा हासिल की है. द्रौपदी सिंचाई और बिजली विभाग में 1979 से 1983 तक जूनियर असिस्टेंट के तौर पर काम कर चुकी हैं. वर्ष 1994 से 1997 तक वे रायरंगपुर के श्री अरबिंदो इंटीगरल एजुकेशन सेंटर में असिस्टेंट टीचर रही. वर्ष 2000 में द्रौपदी मुर्म में अपनी राजनितिक पारी की शुरुआत की थी. ओडिशा में बीजेडी और बीजेपी गठबंधन सरकार में द्रौपदी मार्च 2000 से कई 2004 तक वाणिज्य व परिवहन तथा मत्स्य और पशु संसाधन विकास विभाग के मंत्री रही. द्रौपदी मुर्म झारखंड की पहली राज्यपाल रहीं. उन्होंने वर्ष 2015 से 2021 तक झारखंड के राज्यपाल का पद संभाला था. कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए सेवा करने वाली द्रोपदी मुर्मू को अब राष्ट्रपति बनाने वाली है.
देश के 15वें राष्ट्रपति के चयन के लिए गुरुवार 9 जून को चुनाव आयोग ने चुनाव कार्यक्रम का एलान किया था. दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति चुनाव की तारीखों घोषणा की. 15 जून को राष्ट्रपति चुनाव के लिए नोटिफिकेशन जारी हो चुका है, नामांकन की अंतिम तारीख 29 जून है. 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के लिए चुनाव होगा और 21 जुलाई 2022 को परिणाम घोषित किया जाएगा.बता दें कि भारत में राष्ट्रपति को एलेक्टोरल कॉलेज चुनता है. इस इलेक्टोरल कॉलेज में लोकसभा राज्यसभा और राज्य विधानसभाओं के विधायक शामिल होते हैं. ऐसे में 18 जुलाई को होने वाली राष्ट्रपति चुनाव को लेकर तैयारियां अंतिम चरण पर है.