Bihar News: बिहार में इस दिन से सैकड़ों घाटों पर शुरू होगा बालू खनन, अवैध गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए विशेष तैयारी Bihar News: गयाजी एयरपोर्ट से 10 जिंदा कारतूस के साथ एक गिरफ्तार, एक्सरे मशीन से चेकिंग में हुआ खुलासा UGC NET Dec 2025: UGC NET का नोटिफिकेशन जारी, जानें कब से कर सकते हैं आवेदन Bihar Flood: बिहार में बाढ़ का कहर जारी, 15 साल बाद 21 नदियां खतरे के निशान से ऊपर, रात में भी तटबंधों की निगरानी Bihar Weather: बिहार के दर्जनों जिलों में आज वर्षा की संभावना, मौसम विभाग की चेतावनी जारी Bihar Election 2025: चुनाव आयोग का सख्त निर्देश, प्रत्याशियों को बताने होंगे आपराधिक केस, खर्च सीमा हुई तय; जान लें पूरी डिटेल BIHAR: बिजली टावर पर चढ़ा बुजुर्ग, हाईटेंशन तार पर लटकने के बाद खेत में गिरा, बाल-बाल बची जान Bihar News: बिहार में शांतिपूर्ण चुनाव को लेकर प्रशासन सतर्क, शिवहर में SSB जवानों ने किया फ्लैग मार्च Bihar News: बिहार में शांतिपूर्ण चुनाव को लेकर प्रशासन सतर्क, शिवहर में SSB जवानों ने किया फ्लैग मार्च Bihar Politics: चिराग पासवान ने जीजा अरुण भारती को सौंपी बिहार की कमान, दे दी यह बड़ी जिम्मेवारी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 25 Jan 2023 04:00:24 PM IST
- फ़ोटो
JAHENABAD: बिहार सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं बहाल किये जाने का दावा करती है लेकिन इन दावों की पोल खोलती एक तस्वीर जहानाबाद सदर अस्पताल से सामने आई है। जहां करीब एक घंटे तक बिजली गुल रही जिसके कारण 10 नवजात शिशुओं की जान सांसत में पड़ गयी। इस दौरान बिना वार्मर के नवजात जिन्दगी और मौत से जंग लड़ते रहे। बताया जाता है कि अस्पताल का जेनरेटेर खराब हो गया था जिसके कारण करीब एक घंटे तक बिजली गुल रही।
जहानाबाद सदर अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहानाबाद सदर अस्पताल में हर दिन कुछ इसी तरह की घटनाएं मरीज या मरीज के परिजनों के साथ होती है। जो अस्पताल प्रबंधन पर सवाल खड़े करती है। बुधवार को एक बार फिर कुछ ऐसा ही नजारा दिखा। जब स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट SNCU की बिजली अचानक गुल हो गई और वहां लगा जनरेटर भी खराब हो गया। जिसके कारण करीब एक घंटे तक नवजात शिशु की जान सांसत में पड़ गई।
करीब एक घंटे तक बिना वार्मर के नवजात जिंदगी और मौत की जंग लड़ता रहा। गनीमत यह रही कि खराब जनरेटर को समय रहते ठीक कर लिया गया। अगर जल्द जेनरेटर ठीक नहीं किया जाता तो भारी मुश्किल हो सकती थी। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि करीब एक घंटे तक बिजली गुल रही इस दौरान कोई वैकल्पिक व्यवस्था क्यों नहीं की गई। सूचना दिये जाने के बाद भी अस्पताल मैनेजर ने इस पर संज्ञान क्यों नहीं लिया। बिजली गुल रहने के दौरान अस्पताल परिसर में नवजात के परिजन भी मौजूद थे। इसे लेकर वे काफी गुस्से में थे और अस्पताल प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठा रहे थे।