मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर Bihar News: गयाजी के सूर्यकुंड तालाब में सैकड़ों मछलियों की मौत, भीषण गर्मी या है कोई और वजह?
1st Bihar Published by: Updated Wed, 15 Jul 2020 02:27:33 PM IST
- फ़ोटो
DESK : कोरोना महामारी और मौसमी बीमारी दोनों के लक्षण एक जैसे हैं. ऐसे में सामान्य वायरल फीवर भी हमारे अन्दर कोरोना का खौफ पैदा कर दे रहा है. सामान्य व्यक्ति लक्षणों को लेकर भ्रम में है. राज्य में बढ़ते मामले भी चिंता का विषय बना हुआ है. ऐसे में लखनऊ के केजीएमयू के डॉक्टरों ने कोरोना से बचने के लिए कुछ जरुरी सलाह दी है.ये कदम उन्हें इसलिए उठने पड़े क्योंकि अस्पतालों में सामान्य सर्दी जुकाम और बुखार होने पर भी लोग इसे कोरोना समझ कर अस्पताल में जांच कराने पहुंच रहें हैं. जिस वजह से इन मरीजों में भी संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है.
कोरोना काल में डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल जाने से बेहतर है कि आप अपने डॉक्टर से फ़ोन पर सलाह लें और निर्देशों का पालन करें. इन डॉक्टरों ने सामान्य रूप से कुछ सावधानियों को अपनाने के लिए भी सलाह दी है. आइये जानते हैं इन लोगों ने क्या सलाह दी है.:-
डॉक्टर के अनुसार कोरोना संक्रमण तीन चरणों में होता है-
-पहले स्टेज में मरीज के अन्दर लक्षण नहीं नजर आते हैं
-दूसरी स्टेज में मरीज को गले में खराश व बुखार होता है.
-तीसरी स्टेज के मरीज को खांसी, सांस लेने में तकलीफ, सांस फूलना और बुखार होता है.
डॉक्टर के मुताबिक उच्च जोखिम वाले लोगों को घर में अलग स्थान पर रखें. ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, दिल, सांस संबंधी मरीज व अंग प्रत्यारोपण कराने वाले मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी चहिए. दो साल से कम उम्र के बच्चे और गर्भवती महिलाएं भी सावधान रहें.