PATNA: नीतीश के किचेन कैबिनेट के मेंबर माने जाने वाले मंत्री अशोक चौधरी का इरादा क्या है. पटना में आज एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने मंत्री अशोक चौधरी को ‘अपना’ करार दिया. सम्राट चौधरी ने कहा-हम दोनों में कोई फर्क नहीं है. जवाब में अशोक चौधरी ने भी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का गुणगान किया. ये सब तब हुआ है जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने महागठबंधन के किसी नेता के बीजेपी नेता से मुलाकात पर भी भड़क जा रहे हैं.
अशोक और सम्राट में फर्क नहीं
पटना में आज पूर्व मुख्यमंत्री डॉ जगन्नाथ मिश्र की पुण्यतिथि के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. उसमें बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी दोनों मौजूद थे. मंच से भाषण के दौरान सम्राट चौधरी ने कहा-अशोक जी और मुझमें बहुत फर्क नहीं है. दोनों को मिलाइगा तो सम्राट अशोक हो जायेगा. हम दोनों चौधरी हैं. ये भी एकदम क्लीयर कट है.
सम्राट चौधरी ने कहा कि अशोक चौधरी ने उनके संबंध बेहद पुराने हैं. 1998-99 में मैं बिहार में सबसे कम उम्र का मंत्री बन गया था. उसके बाद अशोक चौधरी भी मंत्री बने. उस समय से हमारे संबंध हैं. भले ही दोनों अलग अलग पार्टी में रहें, लेकिन संबंध बहुत आत्मीय हैं.
सम्राट चौधरी के जवाब में अशोक चौधरी ने भी उनसे अपने पुराने और आत्मीय संबंधों का बखान किया. अशोक चौधरी ने कहा कि सम्राट चौधरी जब पहली बार बिहार में मंत्री बने थे उस समय से उनसे व्यक्तिगत संबंध हैं. सम्राट चौधरी एक राष्ट्रीय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं, उनके पास बड़ी जिम्मेवारी है. लेकिन मुझे अपने राजनीतिक जीवन में उनका सानिध्य मिला है.
खुले मंच से सम्राट चौधरी और अशोक चौधरी की जुगलबंदी से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों महागठबंधन के किसी नेता का बीजेपी के नेताओं के साथ तस्वीर देख कर भी भड़क जा रहे हैं. एक सरकारी कार्यक्रम में अमित शाह के साथ फोटो खिंचवाने वाले आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह पर उन्होंने बीजेपी से सांठगांठ का आरोप लगा दिया था. इसके बावजूद अशोक चौधरी अगर सम्राट चौधरी से अपनी नजदीकी दिखा रहे हैं तो चर्चा होगी ही.