1st Bihar Published by: HARERAM DAS Updated Sun, 07 Jan 2024 11:50:26 AM IST
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BEGUSARAI: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इंडी गठबंधन में संयोजक बनाने और सीट शेयरिंग को लेकर इंडी गठबंधन के भीतर घमासान बढ़ता जा रहा है। एक तरफ जहां नीतीश की नाराजगी की बातें सामने आ रही हैं तो वहीं कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल संयोजक को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है। इंडी गठबंधन में मचे घमासान पर बीजेपी की पैनी नजर है। बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने विरोधी खेमें में मचे घमासान पर तंज किया है।
बेगूसराय पहुंचे गिरिराज सिंह ने कहा है कि मेरा मानना है कि इंडी घमंडिया गठबंधन है। कोई खड़गे साहब का नाम संयोजक के लिए कहता है तो दूसरी ओर नीतीश कुमार मुंह फुलाकर घर बैठ जाते हैं। इसके बाद कांग्रेस नीतीश कुमार के आगे घुटने टेक देती है। सीट बंटवारा को लेकर आपस में मोल-जोल हो रहा है। किसी को जेल जाने का डर है तो किसी को हारने का डर है, इसलिए यह गठबंधन नहीं है और गठबंधन होगा भी नहीं।
उन्होंने कहा कि कोई कहता है पंजाब में 13 सेट लडूंगा, कांग्रेस कहती है हम भी लडेंगे। यह आपस में नीतियों के आधार पर गठबंधन नहीं है, स्वार्थ के आधार पर गठबंधन है। नीतीश कुमार को जब तक संयोजक नहीं बनागा वह मुंह फुलाए बैठे रहेंगे। उनको संयोजक बनाना अनिवार्य है, वह बन जाएं तब फिर आगे की बात होगी। अखिलेश कह रहे हैं कि सीट का बंटवारा पहले हो जाए और राहुल गांधी को अपनी यात्रा से मतलब है। राहुल गांधी जानते हैं कि गठबंधन होना नहीं है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि इंडी गठबंधन में किसी को किसी पर भरोसा नहीं है कि कौन क्या कर देगा। बिहार में कांग्रेस को चार सीट दिए जाने की बात कहे जाने पर गिरिराज सिंह ने कहा कि यह बात वह जानें कौन क्या करेगा। चार सीट दे या 14 सीट कांग्रेस को दे। इतना जानता हूं कि स्वार्थ के आधार पर यह गठबंधन है, जिसका स्वार्थ सिद्ध नहीं होगा वह गठबंधन से अलग हो जाएगा। इस गठबंधन का वही हाल होगा कि दिल के टुकड़े हजार हुए कोई यहां गिरा कोई वहां गिरा।
वहीं उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा 15 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर जाने के सवाल पर गिरिराज सिंह ने कहा कि अभी तक तो विपक्ष और कांग्रेस राम को काल्पनिक कहते रहा। अगर सद्बुद्धि आता है तो मैं प्रार्थना करता हूं कि सभी को सद्बुद्धि आए लेकिन यह लोग तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले लोग हैं, यह तुष्टीकरण ही करेंगे। अगर हिम्मत है तो राम में शरण में जाएं और कृष्ण की भी शरण में जाने की हिम्मत दिखाएं।
बंगाल में ईडी पर लगातार हो रहे हमले पर उन्होंने कहा कि बंगाल में लोकतंत्र और संघीय ढांचा समाप्त हो गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लोकतांत्रिक नहीं होकर डिक्टेटर की भूमिका में है। वह अपने को भारत से कटा हुआ समझती है, किम जोंग की तरह ट्रीट करती है। देश में लोकतंत्र को बचाना है तो ममता बनर्जी की सरकार को खत्म करना पड़ेगा, नहीं तो पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र समाप्त कर इस्लामिक स्टेट बनाने का प्रयास कर रही है ममता बनर्जी।