जदयू प्रदेश सचिव साकेत कुमार सिंह ने राज्यपाल से की मुलाकात, अरेराज के महंत शिव शंकर गिरी महाविद्यालय में बी.एड और पीजी की पढ़ाई शुरू कराने की मांग Purnea Jail Raid: पूर्णिया के सेट्रल जेल में छापेमारी से हड़कंप, कैदियों के बीच मची अफरा-तफरी Bihar News: बिहार के इन जिलों में दूर होगी पेयजल की किल्लत, सरकार समाधान में जुटी Road Accident: सड़क हादसे में व्यापारी की मौत, आरोपी ड्राइवर फरार Bihar News: संपत्ति के चक्कर में भतीजे ने चाची को चाक़ू से गोदा, हालत गंभीर Bihar News: जैसलमेर में शहीद हुए बिहार के जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई Chandan Mishra Murder Case: पारस अस्पताल में चंदन मिश्रा की हत्या के वक्त कमरे में 2 अन्य साथी थे, एक को लगी थी गोली...दूसरा बाथरूम में बंद हो गया था Bihar Crime News: बिहार में अब चर्चित डॉक्टर को अपाचे सवार बदमाशों ने जबड़े में मारी गोली, हालत गंभीर Bihar News: बिहार में बढ़ते अपराध के बीच CM नीतीश पर हमलावर हुए चिराग, पुलिस को भी कटघरे में खींचा Bihar Co: महिला सीओ...पुरूष मित्र के साथ जंगल में क्या कर रही थीं ? स्थानीय लोगों ने घेर लिया और पूछा- यही काम करते हो ? वीडियो वायरल...तीन धराए
1st Bihar Published by: Updated Tue, 14 Dec 2021 12:41:41 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार की हवा काफी जहरीली है. बिहार की हवा में धूल कण की मात्रा लगातार खतरनाक स्तर पर पहुंच रहा है. सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात ये हैं कि प्रदूषित शहरों की लिस्ट में बिहार के कई शहरों के नाम शामिल हैं.
नालंदा जिले का बिहार शरीफ शहर प्रदूषण के मामले में टॉप पर आया है. यहां का एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) लेबल 414 रेकॉर्ड किया गया है. बिहार शरीफ के साथ हरियाणा का पानीपत शहर भी टॉप पर है.
सोमवार को दोनों शहर का एक्यूआई (AQI) लेबल 414 रिकॉर्ड किया गया है. दोनों शहरों की अगर बात करें तो महींन और मोटे दोनों तरह के धूल कण की मात्रा 5 से अधिक रही है.
बिहार के विभिन्न शहरों की अगर बात कर ली जाए तो बिहारशरीफ में एक्यूआई लेबल अगर 414 है तो पटना में यह 301 है, जो बहुत खतरनाक स्तर का है. मुजफ्फरपुर में एक्यूआई 369, बक्सर में 359 है जो बहुत खराब माना जाता है. छपरा में एक्यूआई 353 है और वो भी बहुत खराब माना जाता है. सहरसा का एक्यूआई 352, कटिहार में 345, किशनगंज में 335, पूर्णिया में 335, भागलपुर में 332, सासराम में 319, मोतिहारी में 291 है.
वायु प्रदूषण विशेषज्ञों के हिसाब से बिहारशरीफ में धूल कण और धुआं दोनों की मात्रा अधिक है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मानक के अनुसार अगर एक यूआई 400 से अधिक चला जाता है तो वहां की हवा बहुत गंभीर हो जाती है. यह लेवल रेड जोन में आता है और इस तरह की हवा में सांस लेना साथ के लिए बेहद हानिकारक माना जाता रहा है.