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1st Bihar Published by: Updated Wed, 06 May 2020 08:07:40 PM IST
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PATNA : बिहार के जमालपुर में स्थित रेलवे प्रशिक्षण संस्थान पर आखिरकार कौन सच बोल रहा है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार या डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी. दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रेल मंत्री को पत्र लिख कर जमालपुर के रेलवे प्रशिक्षण संस्थान को बिहार के बाहर ले जाने का विरोध किया है. उधर, डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा है कि जमालपुर प्रशिक्षण संस्थान को शिफ्ट करने की खबर ही पूरी तरह गलत है. बल्कि रेलवे मंत्रालय इसे और बेहतर बनाने जा रहा है. जमालपुर रेलवे प्रशिक्षण संस्थान का मामला भी बीजेपी और जेडीयू में अंदरूनी खींचतान का मामला ही माना जा रहा है.
जमालपुर को लेकर आज दिन से शुरू हुई सियासी हलचल
बिहार के मुंगेर में जमालपुर रेलवे प्रशिक्षण संस्थान का मामला आज दिन में उठा. नीतीश के किचन कैबिनेट के मेंबर माने जाने वाले मंत्री संजय कुमार झा ने ताबड़तोड़ ट्वीट किया. मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि 1917 में स्थापित हुए जमालपुर रेलवे प्रशिक्षण संस्थान को बिहार से बाहर शिफ्ट किया जा रहा है. ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और बिहार के साथ अन्याय है.
बिहार के मंत्री संजय कुमार झा ने रेल मंत्री पीयूष गोयल के 24 अप्रैल के आदेश का हवाला दिया. मंत्री संजय झा ने कहा कि रेल मंत्री ने जमालपुर रेलवे प्रशिक्षण संस्थान को शिफ्ट करने का आदेश दिया है. ये नीतीश कुमार ही नहीं बल्कि बिहार के साथ अन्याय है. जमालपुर का संस्थान बिहार का गौरव है.
नीतीश कुमार ने 1 मई को ही लिखा रेल मंत्री को पत्र
मंत्री संजय झा ने ट्वीट कर बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक मई को ही रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर जमालपुर रेलवे प्रशिक्षण संस्थान को बिहार से बाहर ले जाने का विरोध किया है. नीतीश कुमार ने अपने पत्र में जमालपुर रेलवे प्रशिक्षण संस्थान को और बेहतर बनाने का भी अनुरोध किया है.
सुशील कुमार मोदी ने मामले को बता दिया झूठ
दिन में सियासी हलचल के बाद बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी हरकत में आये. दरअसल सुशील मोदी समझ रहे थे कि जमालपुर रेलवे प्रशिक्षण संस्थान का जो मामला मंत्री संजय झा उठा रहे हैं उसका कमांड कहां है. बिहार के जल संसाधन मंत्री रेलवे का मामला क्यों उठायेंगे. सियासी जानकार समझ रहे थे कि सारे मामले कहां से उठावाया जा रहा था.
शाम में सुशील मोदी ने ट्वीट किया. उन्होंने जमालपुर रेलवे प्रशिक्षण संस्थान को शिफ्ट करने की पूरी खबर को ही सरासर झूठ बता दिया. सुशील मोदी ने ट्वीट किया “ये सरासर झूठ है कि जमालपुर रेलवे प्रशिक्षण संस्थान को लखनऊ शिफ्ट किया जा रहा है. मैंने रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात की है. रेल मंत्री ने कहा है कि उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री का पत्र उन्हें मिला है. लेकिन रेलवे जमालपुर रेलवे प्रशिक्षण संस्थान को कहीं और ले जाने के बजाय इसे रेलवे यूनिवर्सिटी बड़ोदरा के कैंपस के रूप में विकसित करने जा रहा है.”
अब सवाल ये उठ रहा है कि जब रेल मंत्री ने जमालपुर संस्थान को शिफ्ट करने का कोई आदेश ही नहीं दिया था तो जेडीयू ने इतना हाय तौबा क्यों मचाया. क्या बिहार के मुख्यमंत्री झूठी अफवाहों के आधार ही केंद्र सरकार को पत्र लिख दे रहे हैं. अगर मुख्यमंत्री के पास सही जानकारी है तो फिर सुशील मोदी गलत जानकारी दे रहे हैं. सियासी जानकार बता रहे हैं कि मामला जेडीयू और बीजेपी के बीच चल रहे आंतरिक घमासान का है. इसमें दोनों पार्टियां आपसी बातचीत कर मुद्दे हल करने के बजाय ट्वीटर, पत्र और सियासी बयानबाजी का सहारा ले रही हैं.