ब्रेकिंग न्यूज़

धरती के भगवान की करतूत: प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा मौत, गुस्साए परिजनों ने नर्सिंग होम में किया हंगामा, डॉक्टर पर गंभीर आरोप मधुबनी में ट्रैक्टर से 301 KG गांजा बरामद, 75 लाख की खेप के साथ युवक गिरफ्तार जदयू प्रदेश सचिव साकेत कुमार सिंह ने राज्यपाल से की मुलाकात, अरेराज के महंत शिव शंकर गिरी महाविद्यालय में बी.एड और पीजी की पढ़ाई शुरू कराने की मांग Purnea Jail Raid: पूर्णिया के सेट्रल जेल में छापेमारी से हड़कंप, कैदियों के बीच मची अफरा-तफरी Bihar News: बिहार के इन जिलों में दूर होगी पेयजल की किल्लत, सरकार समाधान में जुटी Road Accident: सड़क हादसे में व्यापारी की मौत, आरोपी ड्राइवर फरार Bihar News: संपत्ति के चक्कर में भतीजे ने चाची को चाक़ू से गोदा, हालत गंभीर Bihar News: जैसलमेर में शहीद हुए बिहार के जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई Chandan Mishra Murder Case: पारस अस्पताल में चंदन मिश्रा की हत्या के वक्त कमरे में 2 अन्य साथी थे, एक को लगी थी गोली...दूसरा बाथरूम में बंद हो गया था Bihar Crime News: बिहार में अब चर्चित डॉक्टर को अपाचे सवार बदमाशों ने जबड़े में मारी गोली, हालत गंभीर

जानिए कितना खतरनाक है ओमिक्रॉन, डॉक्टर ने बताया.. नए वैरियंट पर वैक्सीन कितना असरदार?

1st Bihar Published by: Updated Fri, 17 Dec 2021 03:32:20 PM IST

जानिए कितना खतरनाक है ओमिक्रॉन, डॉक्टर ने बताया.. नए वैरियंट पर वैक्सीन कितना असरदार?

- फ़ोटो

PATNA : बिहार में कोरोना के नए वैरिएंट से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. पूरी दुनिया में तबाही मचाने वाले डेल्टा वायरस 9 बार म्यूटेशन कर बहुत ज्यादा ताकतवर और घातक हो गया था. लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि नया वायरस ओमिक्रॉन 32 बार म्यूटेशन कर चुका है. वायरस के म्यूटेशन से विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ओमिक्रॉन को वायरस ऑफ कंसर्न घोषित कर दिया गया है. पटना AIIMS के ट्रामा इमरजेंसी के HOD और कोरोना की दोनों लहर में जागरुकता पर काम करने वाले डॉक्टर अनिल कुमार ने ओमिक्रॉन का खतरा और वैक्सीन के इसपर असर के बारे में बताया है.


आपको याद है कि भारत में सबसे अधिक तबाही डेल्टा वैरिएंट ने मचाई थी. वह 9 बार म्यूटेशन कर बहुत ज्यादा खतरनाक हो गय था. नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने 32 बार म्यूटेशन किया है. बता दें कि डेल्टा इंडिया में 80 प्रतिशत से भी अधिक फैला. ओमिक्रॉन के म्यूटेशन के कारण यह बात सामने आई कि RT-PCR जांच में इसका S जीन डिटेक्ट नहीं हो पाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न बताया है. ऐसे में इसके खतरे का अंदाजा लगाया जा सकता है. 


वैरिएंट ऑफ कंसर्न का मतलब है कि यह वैक्सीन को भी निष्प्रभावी बनाने की क्षमता रखता है. डॉ अनिल का कहना है कि वैरियंट आफ कंसर्न वैक्सीन को फेल करने के साथ वैक्सीन को चकमा देकर लंग्स में चिपक जाता है. यह वैक्सीन का प्रभाव भी नहीं मानता है. इसी से इसके गंभीरता को समझा जा सकता है. इसलिए कोरोना के इस नए वैरिएंट से सतर्क रहने की सलाह दी गई है.