बिहार के चुनावी रण में ग्रैंड डेमोक्रेटिक एलायंस: ओवैसी की AIMIM के साथ आईं यह दो पार्टियां, NDA और महागठबंधन से होगी सीधी टक्कर बिहार के चुनावी रण में ग्रैंड डेमोक्रेटिक एलायंस: ओवैसी की AIMIM के साथ आईं यह दो पार्टियां, NDA और महागठबंधन से होगी सीधी टक्कर Bihar Election News : BJP में कैंडिडेट चयन को लेकर आया यह फार्मूला, 33% पुराने कैंडिडेट का नाम कटा; जानिए क्या रही वजह Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले EC का बड़ा आदेश, एजेंसियों को जारी किए यह निर्देश Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले EC का बड़ा आदेश, एजेंसियों को जारी किए यह निर्देश Bihar Election 2025: बिहार में नामांकन से पहले बीजेपी के बागी नेता अरेस्ट, गिरिराज सिंह पर लगाए गंभीर आरोप Bihar Election 2025: बिहार में नामांकन से पहले बीजेपी के बागी नेता अरेस्ट, गिरिराज सिंह पर लगाए गंभीर आरोप , Bihar Assembly Election 2025 : बाहुबली पूर्व विधायक के पत्नी बिहार की सबसे अधिक पैसे वाली नेता, जानिए सबसे गरीब का क्या है नाम Bihar Crime News: बिहार में चार दिन से लापता युवती का बोरे में मिला शव, हत्या कर फेंकने की आशंका; पटना में शिक्षक भर्ती परीक्षा की करती थी तैयारी Bihar Election 2025 : बिहार चुनाव में ग्रुप D कर्मचारियों के बड़ी खुशखबरी, अब इस काम के लिए 200 नहीं, मिलेंगे इतने रुपये
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 24 Aug 2023 07:45:31 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी जेडीयू में शायद ही कोई कार्यकर्ता हो, यहां हर कोई किसी न किसी तरह से पार्टी का पदाधिकारी ही है। अब तक जदयू अपने पार्टी में सैकड़ो उपाध्यक्ष महासचिव और सचिव बन चुकी है और जो बच गए हैं उन्हें राजनीतिक सलाहकार समिति का सदस्य बना दिया गया है। ऐसे में अब जेडीयू ने अपनी नई कार्यसमिति का ऐलान किया है। इस कार्यसमिति में 98 नेताओं को जगह दी गई है। इस बीच जो सबसे बड़ी चर्चा है वह यह है कि जदयू के इस बार के कार्य समिति से पार्टी के राज्यसभा सांसद हरिवंश प्रसाद का पत्ता कट गया है।
जदयू के तरफ से जारी लिस्ट में कार्यकारिणी के पदाधिकारी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के अलावा मगनी लाल मंडल को उपाध्यक्ष, केसी त्यागी को विशेष सलाहकार सहर मुख्य प्रवक्ता और आलोक सुमन को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। लेकिन गोद करने वाली बात यह है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्यों की लिस्ट में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह का नाम शामिल नहीं किया गया है।
जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 22 महासचिव और 7 सचिव शामिल है। बिहार सरकार के मंत्री में से संजय झा को महासचिव बनाया गया है। जबकि विजेंद्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी, श्रवण कुमार, लेसी सिंह, मदन सहनी, शीला मंडल जयंत राज, सुनील कुमार, जमा खान और रत्नेश सदा को कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया है। इसके अलावा मणिपुर के विधायक हाजी अब्दुल नासिर, नागालैंड के विधायक ज्वेंगा सेब को भी शामिल किया गया है लेकिन इस सूची में कहीं भी हरिवंश प्रसाद सिंह का नाम नहीं शामिल किया गया है।
इधर, हरिवंश प्रसाद को इस लिस्ट में जगह नहीं मिलने के पीछे की एक मुख्य वजह बताई जा रही है कि एनडीए से अलग होने के बाद सीएम नीतीश कुमार लगातार बीजेपी पर हमलावर हैं। वो लगातार विपक्षी पार्टियों को एकजुट कर बीजेपी को हराने के लिए रणनीति बनाने में लगातार जुटे हुए हैं,। लेकिन इन सब के बाद भी एनडीए से रिश्तों को लेकर हरिवशं सिंह के जरिए नीतीश कुमार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर रहते हैं। हरिवंश जेडीयू कोटे से अभी भी राज्यसभा के उपसभापति बने हुए हैं। जबकि कायदे से कहें तो गठबंधन टूटने के बाद यह पद दूसरे के पास चला जाना चाहिए, लेकिन एनडीए से जेडीयू के बाहर होने के बाद हरिवंश राज्यसभा के उपसभापति पद पर आसीन हैं। ऐसे में अब उन्हें लिस्ट से बहार कर यह संदेश दिया गया है कि नीतीश कुमार की पार्टी को उनसे अधिक मतलब अब नहीं रह गया है।