मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर Bihar News: गयाजी के सूर्यकुंड तालाब में सैकड़ों मछलियों की मौत, भीषण गर्मी या है कोई और वजह?
1st Bihar Published by: Updated Thu, 25 Aug 2022 03:03:58 PM IST
- फ़ोटो
JHARKHAND : झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की कुर्सी खतरे में आ गई है। निर्वाचन आयोग द्वारा राज्यपाल को हेमंत सोरेन की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश भेजने के बाद झारखंड में सियासी हलचल तेज हो गई है। झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस भी रांची पहुंच गए हैं। सदस्यता रद्द करने की खबरों के बीच सीएमओ का बयान सामने आया है। सीएमओ ने कहा है कि इसको लेकर ECO या राज्यपाल की तरफ से से कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है।
इधर, झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस भी दिल्ली से रांची पहुंच चुके हैं। चुनाव आयोग की सिफारिश पर राज्यपाल रमेश बैस ने कहा है कि उनके पास फिलहाल हेमंत सोरेन की सदस्यता को लेकर कोई जानकारी नहीं आई है। उन्होंने कहा है कि इस संबंध में उनके पास कोई आदेश नहीं आया है, राजभवन पहुंचने के बाद ही स्पष्ट तौर पर कुछ जानकारी दे सकेंगे।
इसी बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा के सभी विधायकों को रांची पहुंचने का फरमान जारी कर दिया गया है। राज्यपाल के फैसले से पहले झारखंड के कई मंत्री और विधायकों के साथ एडवोकेट जनरल राजीव रंजन मुख्यमंत्री आवास पर पहुंच गए हैं। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि हेमंत सोरेन की कुर्सी जाते ही झारखंड में राजनीतिक संकट उत्पन्न हो सकती है।
बता दें कि खदान लीज मामले में चुनाव आयोग ने राज्यपाल रमेश बैस को हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता खत्म करने की सिफारिश की है। भारत निर्वाचन आयोग के समक्ष मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में सुनवाई हुई थी। जिसके बाद आयोग ने राज्यपाल को अपनी राय भेजी है। चुनाव आयोग की सिफारिश के बाद झारखंड में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। अब सबकी नजर राज्यपाल के फैसले पर टिकी है, अंतिम फैसला राज्यपाल को ही लेना है।