RANCHI: कुव्यवस्था से परेशान करीब 60 छात्राएं आधी रात को हॉस्टल से भाग निकलीं। करीब तीन किलोमीटर की दूरी तय करने के छात्राएं मांडर चौक पहुंची। यहां एक साथ इतनी बड़ी संख्या में लड़कियों को देखकर जब स्थीनीय लोगों ने उनसे पूछताछ की तो उन्होंने डीसी से मिलने जाने की बात कही। जिसके बाद लोगों ने लड़कियों को समझा बुझाकर मांडर थाना में भेज दिया।
दरअसल, हॉस्टल से थाने पहुंची सभी छात्राएं कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय मांडर की थीं। छात्राएं अपनी शिकायत लेकर डीसी के पास जाने के लिए देर रात हॉस्टल से बाहर निकल गई थीं। छात्राओं का आरोप है कि स्कूल में उनका बुरा हाल है। वहां न तो पढ़ाई अच्छी तरह से हो रही है और ना ही नाश्ता ही समय से दिया जाता है। इतना ही नहीं मैन्यू के हिसाब से उन्हें खाना भी नहीं दिया जाता है।
छात्राओं का कहना था कि उनमें से कई को छात्रवृति नहीं मिली है और कॉपी किताब समेत जरूरत की चीजों के लिए उन्हें भारी परेशानी उठानी पड़ती है। जब इसको लेकर वे शिकायत करती हैं तो उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। बड़ी संख्या में छात्राओं के थाने पहुंचने के बाद पुलिस द्वारा इसकी जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को दी। इसके बाद स्थानीय बीडीओ थाने पहुंचे और छात्राओं की शिकायत सुनी हालांकि छात्राएं डीसी को बुलाने की मांग पर अड़ी रहीं।
छात्राओं की शिकायत सुनने के बाद बीडीओ ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी शिकायत और समस्या को उन्होंने नोट कर लिया है और उसे बड़े अधिकारियों तक पहुंचा दिया जाएगा। बीडीओ ने भरोसा दिलाया है कि संबंधित विभाग के अधिकारी स्कूल पहुंचेंगे और हालात का जायजा लेंगे। बीडीओ के आश्वासन के बाद छात्राएं वापस हॉस्टल जाने को तैयार हुईं। जिसके बाद पुलिस की सुरक्षा में उन्हें हॉस्टल पहुंचाया गया।