PATNA : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक साथ खड़े हो गए हैं. दरअसल कर्पूरी ठाकुर की जयंती 24 जनवरी को थी और इसके बाद तेजस्वी यादव ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग दोहराई.
तेजस्वी यादव ने मांग रखी कि सामाजिक न्याय दबे कुचले के उत्थान और समावेशी नीतियों और विचारधारा के पुरोधा माने जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जन नायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया जाये. इसके लिए तेजस्वी यादव ने बिहार की एनडीए सरकार को जमकर कोसा. तेजस्वी ने कहा कि बिहार में 40 में से 39 सांसद एनडीए के हैं और डबल इंजन वाली सरकार भी चल रही है लेकिन इसके बावजूद कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न क्यों नहीं दिया जा रहा. उन्होंने सवाल करते हुए पूछा कि क्या कर्पूरी ठाकुर को केवल इसलिए भारत रत्न नहीं दिया जा रहा है क्योंकि वह वंचित समूह से आते थे. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल भी पूछा कि सीएम इसके लिए पीएम से क्यों नहीं मिलते.
तेजस्वी यादव के इस सवाल के बाद नीतीश कुमार ने भी जवाब दिया. यह पहला मौका था जब ट्विटर पर सीधे नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को जवाब दिया हो. नीतीश कुमार ने ट्वीट करते हुए लिखा "हमने जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने के लिए अपनी अनुशंसा केन्द्र सरकार को पहले ही भेज दी है। इससे पहले भी वर्ष 2007, 2017, 2018 एवं 2019 में भारत रत्न के लिए इनके नाम की अनुशंसा की गई थी। हमारी ख्वाईश है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से विभूषित किया जाय।"
इसपर तेजस्वी ने न सिर्फ जवाब दिया बल्कि यह भी बता दिया कि केंद्र सरकार ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने के लिए जिम्मेदार है. उन्होंने जो आंकड़े बताएं उसके मुताबिक साल 2007 में यूपीए और एनडीए की सरकार रहते साल 2017, 2018 और 2019 में भारत रत्न देने की अनुशंसा बिहार सरकार की तरफ से केंद्र को की गई लेकिन इसके बावजूद जननायक को भारत रत्न का सम्मान नहीं मिला.
नीतीश कुमार के जवाब में केंद्र के खिलाफ उन्हें और तेजस्वी यादव को एक कतार में खड़ा कर दिया. बस क्या था इसके बाद तेजस्वी यादव ने दनादन नीतीश कुमार के ट्वीट को रिट्रीट करते हुए लिखा "जननायक कर्पूरी जी को भारत रत्न के लिए मैंने 4:04 PM पर ट्वीट किया। CM ने 4:24 पर दिखावटी जवाब दिया। अगर वास्तव में कर्पूरी जी को भारत रत्न दिलाने की नीतीश जी की ख्वाहिश है तो क्या इस माँग पूर्ति के लिए वो हमारे साथ राष्ट्रपति के सामने परेड़ में सम्मिलित होंगे? अन्यथा वो पहल करें।"
जननायक को भारत रत्न दिए जाने के सवाल पर एक तरफ तेजस्वी और नीतीश जहां केंद्र के खिलाफ खड़े हैं. वहीं तेजस्वी में नीतीश कुमार के ऊपर सवाल उठाते हुए राष्ट्रपति के सामने परेड की बात कही है. उनकी घेराबंदी कर दी है. अब देखना होगा कि नीतीश अगला जवाब किस अंदाज में रहते हैं.