PATNA: शराब के पीछे सरकार और पुलिस ने बिहार को किस गर्त में पहुंचा दिया है इसका अंदाजा आज राजधानी पटना में दिनदहाड़े हुआ. महज एक हजार की रंगदारी के लिए अपराधियों ने एक दुकान में घुसकर ताबड़तोड़ गोलियां चलायीं. अपराधियों ने भरे बाजार में एक तिल कारोबारी की हत्या कर दी. गोली लगने से घायल कारोबारी के बेटे और कर्मचारी भी जिंदगी मौत से जूझ रहे हैं. क्राइम कैपिटल में तब्दील हो चुके पटना में हर रोज ताबड़तोड़ गोलियां बरस रही हैं. परसो जेडीयू के नेता और दानापुर नगर परिषद के अध्यक्ष दीपक मेहता की हत्या हुई थी. कल पटना सिटी में मिठाई कारोबारी को दिनदहाड़े गोली मारी गयी थी।
महज एक हजार रूपये के लिए मर्डर
आज ये वाकया पटना सिटी में चौक थाने के मछरहट्टा मंडी में हुई. बुधवार की सुबह लगभग 11 बजे 2 बाइक पर सवार होकर आये 4 अपराधी एक तिल व्यापारी की दुकान में आ घुसे. दुकान में घुसते ही अपराधियों ने पिस्तौल निकाला और कर्मचारी से 1000 रुपए रंगदारी देने को कहा. हथियार देख कर घबराये कर्मचारी ने अपराधियों को 200 रूपये निकाल कर दिया. लेकिन अपराधियों ने कहा कि तुरंत एक हजार रूपये दो. इसी बीच दुकान के मालिक का ध्यान उस ओर गया. उन्होंने तीखे लहजे में अपने कर्मचारी से पूछा कि कौन है जो एक हजार रूपये मांग रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जैसे ही तिल दुकानदार ने ये पूछा वैसे ही अपराधियों ने गोलियां बरसानी शुरू कर दी. अपराधियों ने कम से कम 7 राउंड फायर किए. 5 गोली तो व्यापारी को मारी गई. अपराधियों की गोली से व्यापारी की मौत दुकान में ही हो गयी. व्यापारी के बेटे और दुकान के कर्मचारी को भी गोली लगी है. वे दोनों गंभीर रूप से घायल हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि तिल कारोबारी प्रमोद बांग्ला को अपराधियों ने 5 गोलियां मारी, जिससे उन्होंने दुकान में ही दम तोड़ दिया. अपराधियों की गोली से प्रमोद के बेटे गोलू और कर्मचारी छोटू भी घायल हैं. ताबड़तोड़ फायरिंग की आवाज सुनकर मछरहट्टा बाजार में भगदड़ मच गयी. आसपास के लोगों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं. इसी बीच अपराधी वहां से निकल गये.
दिनदहाडे बीच बाजार में हुई इस घटना ने राजधानी पटना में अपराधियों के आतंक राज को उजागर कर दिया है. मछरहट्टा बाजार बिहार का प्रमुख व्यवसायिक मंडी माना जाता है. वहां हुई इस घटना से व्यापारियों में दहशत है. वहीं पुलिस कुछ बोलने को तैयार नहीं है. . वहीं आक्रोशित दुकानदारों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. घटना को लेकर चौक थाना प्रभारी से बात करने की कोशिश की गयी लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.