ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025 : मतगणना से पहले तेजस्वी का मिशन काउंटिंग, आरजेडी प्रत्याशियों को दिए सख्त निर्देश; जानिए क्या है प्लान Bihar News: बिहार से यहां के लिए स्पेशल ट्रेनों का ऐलान, भीड़ से यात्रियों को मिलेगी राहत Road Accident: शादी से लौट रहे टेंपो और ट्रक की टक्कर, मौके पर महिला की मौत; 8 घायल Patna Metro: पटना मेट्रो को सस्ती बिजली नहीं मिलेगी, आयोग ने याचिका की खारिज Bihar News: बिहार में इस दिन से पारा 10 डिग्री के नीचे, मौसम विभाग ने लोगों को किया सावधान Bihar Election 2025: बिहार चुनाव रिजल्ट से पहले ही क्यों बंट गया अनंत सिंह के दावत का न्योता, BJP के लड्डू भी तैयार; जानिए इसके पीछे क्या है वजह Bihar Election 2025: बिहार में मतगणना के लिए बने इतने केंद्र, इस बार काउंटिंग प्रक्रिया में हुआ बड़ा बदलाव; जानें पूरी डिटेल Bihar Election 2025: बिहार में रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग: पहली बार किसी बूथ पर नहीं होगा पुनर्मतदान, जानिए क्या रही वजह? क्या यही शराबबंदी है? पेट्रोल के टैंकर से 10 लाख की विदेशी शराब बरामद झारखंड में रेल हादसा: दीवार तोड़ खड़ी ट्रेन से टकराई मालगाड़ी, मची अफरा-तफरी

किसान आंदोलन के समर्थन में वाम दलों का प्रदर्शन, मीडिया की आज़ादी का मामला भी उठाया

1st Bihar Published by: Updated Fri, 19 Feb 2021 11:09:30 AM IST

किसान आंदोलन के समर्थन में वाम दलों का प्रदर्शन, मीडिया की आज़ादी का मामला भी उठाया

- फ़ोटो

PATNA : बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के पहले दिन में विपक्ष के तेवर गरम दिख रहे हैं. विपक्षी दल के विधायक लगातार अलग-अलग मुद्दों पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. वाम दलों के विधायकों ने आज किसान आंदोलन के समर्थन में और केंद्र सरकार की तरफ से लागू किए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया.


वाम दलों के विधायक के दौरान मीडिया की स्वतंत्रता के मुद्दे पर भी केंद्र सरकार को घेर रहे थे. साथ ही साथ मुजफ्फरपुर में किसानों के धरना प्रदर्शन पर पुलिसिया कार्रवाई को लेकर भी उन्होंने विरोध जताया. वाम दल के विधायक की मांग कर रहे हैं कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की मांग को केंद्र सरकार कबूल करें और नए कृषि कानून वापस लिए जाएं.


वाम दल ने ऐलान कर दिया है कि बिहार विधान मंडल के बजट सत्र के दौरान वह किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरे गीत मैं कृषि कानूनों का जमकर विरोध किया जाएगा और इस मसले पर सदन में कार्य स्थगन प्रस्ताव को लेकर नियमावली के तहत भी चर्चा की मांग की जाएगी.