1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 05 Aug 2023 01:00:38 PM IST
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DELHI : इस वक्त की बड़ी खबर राजधानी दिल्ली से निकलकर सामने आ रही है जहां लैंड फॉर जॉब्स के मामले में लालू परिवार के खिलाफ जो मुकदमा दर्ज किया गया उसकी सुनवाई 22 अगस्त को की जाएगी। इस मामले की सुनवाई राज एवेन्यू कोर्ट दिल्ली में की जाएगी। इस मामले में लालू, राबड़ी, मिसा भारती समेत कुल 16 लोगों पर चार्जशीट दाखिल किया गया है। लालू पर आरोप है कि उन्होंने अपने पत्नी और बेटी के नाम पर लोगों को नौकरी देने के बदले उनसे उनका जमीन लिया था। इस मामले की जांच 2021 में शुरू की गई थी।
मालूम हो कि,नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में सोमवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई करते हुए दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद मामले की सुनवाई के लिए अगली सुनवाई तक टाल दिया है। अब इस मामले की सुनवाई अदालत में 22 अगस्त को होगी। इस दिन आरोप तय होने पर बहस होगी।सीबीआई के तरफ से कहा गया कि, इस मामले में दो ऐसे अहम गवाह हैं, जिनके बारे में नाम की जानकारी नहीं दी जा सकती है। अगर उनके नाम का खुलासा किया जाएगा तो फिर खतरा हो सकता है, लिहाजा अभी उनका नाम का खुलासा नहीं किया जाएगा।
मालूम हो कि, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के परिवार पर शिकंजा कसा है। ईडी ने 31 जुलाई को ‘जमीन के बदले रेलवे में नौकरी’ घोटाले से जुड़े धनशोधन के आरोपों की जांच के तहत यादव परिवार के सदस्यों की 6 करोड़ रूपये से अधिक की संपत्तियां जब्त की हैं। ये संपत्तियां पटना और गाजियाबाद में बताई जा रही हैं।
ईडी के मुताबिक ये संपत्तियां पूर्व मुख्यमंत्री व लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी, उनकी बेटी राज्य सभा सांसद मीसा भारती, दामाद विनीत यादव (हेमा यादव के पति), शिव कुमार यादव (हेमा यादव के ससुर) और लालू परिवार की स्वामित्व वाली कंपनियां ए बी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स ए के इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड से सम्बंधित हैं। यह कार्रवाई रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले के मामले में पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत की गई है।
आपको बताते चलें कि, लैंड फॉर जॉब स्कैम का मामला तब का है जब लालू यादव देश के रेलमंत्री थे. उनपर आरोप लगा है कि उन्होंने रेलवे में नौकरी के बदले बेशकीमती जमीन या तो उपहार स्वरूप या बेहद कम कीमतों मे ली. वहीं इस मामले में आरोप है कि इन जमीनों को लालू यादव ने अपने परिवार के नाम भी कराया।