SARAN: जेपी के गांव से प्रशांत किशोर ने शुरू की बिहार बदलाव यात्रा, 120 दिनों तक बिहार की सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों का करेंगे दौरा NALANDA: राजगीर के नौलखा मंदिर में लाखों की लूट का खुलासा, पुजारी का बेटा भी था शामिल SUPAUL: छातापुर में विकास का ठहराव अब नहीं चलेगा, संजीव मिश्रा ने किया ऐलान..इस बार होगा परिवर्तन JDU विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत, बोले आनंद कुमार..वकीलों के हित के लिए सरकार कटिबद्ध, जल्द मिलेगा बीमा योजना का लाभ Building Slab Collapse: बिल्डिंग का स्लैब गिरने से 6 लोगों की मौत, कई घायल; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Building Slab Collapse: बिल्डिंग का स्लैब गिरने से 6 लोगों की मौत, कई घायल; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Bihar News: बिहार प्रशासनिक सेवा के 20 अधिकारियों को पटना DM के यहां तैनात किया गया, 24-25 मई को करेंगे यह काम.... Corona: दुनिया को फिर से डराने लगा कोरोना, भारत में भी तेजी से बढ़ रहे मामले; सरकार अलर्ट Corona: दुनिया को फिर से डराने लगा कोरोना, भारत में भी तेजी से बढ़ रहे मामले; सरकार अलर्ट Indian Fashion Exhibition: पटना में इस दिन लगने वाला है फैशन एग्जिबिशन, देशभर के डिजाइनर होंगे शामिल
1st Bihar Published by: Updated Wed, 16 Jun 2021 02:03:34 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : लोक जनशक्ति पार्टी पर पशुपति कुमार पारस अपनी पकड़ ढीली नहीं होने देना चाहते. पारस खेमे की तरफ से कल यानी गुरुवार को पटना में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है. इस बैठक को बुलाने का फैसला मंगलवार को ही ले लिया गया था. लेकिन अब जो जानकारी सामने आ रही है. एलजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद सूरजभान सिंह के आवास पर यह बैठक आयोजित की जाएगी. एलजेपी के प्रदेश कार्यालय मैं इस बैठक को नहीं बुलाया गया है. सूरजभान सिंह के आदेश से ही कार्यकारिणी की बैठक बुलाने का फैसला किया गया. पारस खेमे ने उन्हें पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है.
सूरजभान सिंह के ऊपर यह जिम्मेदारी दी गई है कि वह पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कराए. पांच सांसदों ने जिस तरह चिराग पासवान के खिलाफ बगावत की. उसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने उन्हें मंगलवार की शाम पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था. इसके बावजूद पारस खेमे ने अलग से राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बुला रहा है.
इस बैठक में एलजेपी के तमाम जिला अध्यक्षों के अलावे दलित सेना के जिला अध्यक्षों को भी आमंत्रित किया गया है. सभी प्रत्याशियों को भी बैठक में आने का आमंत्रण दिया गया है. हालांकि अध्यक्ष का चुनाव केवल राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य कर सकते हैं. इसके बावजूद पारस ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी के मौके पर अपना समर्थन दिखाने के लिए दलित सेना के लोगों को भी बुलाया है.