Bihar News: जेल में बंद महिला कैदी की मौत के बाद बवाल, प्रशासन पर गंभीर आरोप Bihar News: बिहार के इस जिले में आंधी-बारिश ने मचाई तबाही, घर पर गिरा बरगद का विशाल पेड़; दबकर बुजुर्ग की मौत Bihar News: प्रदूषण प्रमाण पत्र के लिए अब करना होगा यह काम, लागू हुआ परिवहन विभाग का नया नियम Bihar Ias Officers: बिहार के 16 DM समेत 29 IAS अफसर 26 दिनों के लिए कहां जा रहे ? सरकार ने सभी अधिकारियों को भेजी जानकारी, लिस्ट देखें... Bihar News: तेजस्वी यादव का नीतीश कुमार पर तीखा हमला, सड़क से सदन तक आंदोलन की दे दी चेतावनी Samastipur News: निलंबित ASI के घर छापेमारी में हथियारों का जखीरा बरामद, STF के साथ मुठभेड़; सर्च ऑपरेशन जारी Bihar CM: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली रवाना, निजी कार्य या बड़ा गेम प्लान? जानिए.. Bihar Crime News: घर से उठाकर ओझा की हत्या, 17 लोगों पर FIR; 2 गिरफ्तार Bengaluru Stampede Update: बेंगलुरु भगदड़ कांड में बड़ा एक्शन, RCB के मार्केटिंग हेड एयरपोर्ट से अरेस्ट; 3 अन्य पर पुलिस का शिकंजा Bihar Job Camp: 24 हजार तक सैलरी, 300 पदों पर भर्ती; इस जिले में 4 दिन तक रोजगार मेला
1st Bihar Published by: Updated Fri, 16 Sep 2022 09:51:40 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के डॉक्टरों ने पटना के एक मेडिकल कालेज में कार्यरत महिला डॉक्टर की जटिल सर्जरी कर जान बचाने में कामयाबी हासिल की है। 35 वर्षीय महिला डॉक्टर को ड्यूटी के दौरान छाती में तेज़ दर्द की शिकायत हुई, जिसके लिए उन्होंने तुरंत ECG किया और जिसमें दिल के दौरे की संभावना को दूर किया। उसके बाद उन्होंने इको और छाती का CT स्कैन कराया। जैसे हीं CT स्कैन में महाधमनी में दरार दिखी और वो काफी फुल गयी थी।
इस अवस्था को Acute Aortic Dissection कहते हैं। यह अत्यंत जानलेवा स्थिति है जिसको तुरंत हीं सर्जरी की जरूरत होती है। महिला डॉक्टर ने रास्ते से हीं अपनी अवस्था जानकारी मेदांता के कार्डियक सर्जन को दी। अस्पताल पहुंचते ही उन्हें सीधे सर्जरी के लिए ले जाया गया। कुछ घंटो जटिल सर्जरी के बाद महिला डॉक्टर को सघन चिकित्सा में रखा गया और फिर 4-5 दिनों में घर भेज दिया गया। अभी वो स्वास्थ्य लाभ करके वापस अपने हस्पताल काम पर जा चुकी हैं।
इसके बारे में जानकारी देते हुए मेदांता अस्पताल पटना के सीटीवीएस विभाग के डायरेक्टर और कार्डियक सर्जन डॉ. संजय कुमार ने कहा कि मरीज की जान बचाने में इसलिए कामयाबी मिल पाई क्योंकि मरीज 12 घंटे के अंदर अस्पताल पहुंच गया था। साथ ही बीमारी की समय रहते पहचान कर हमने तुरंत सर्जरी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि यह बहुत ही जटिल सर्जरी थी। सर्जरी के बाद मरीज अब खतरे से बाहर है और वह अब सामान्य रूप से अपना जीवन जी सकता है।
इस सर्जरी को कार्डियक सर्जन डॉ. संजय कुमार के नेतृत्व में किया गया। उनकी टीम में डॉ. प्रवीर, डॉ. राजीव, डॉ. सुमित, डॉ. मनीष आदि शामिल थे। मेदांता अस्पताल पटना के सीटीवीएस डायरेक्टर और कार्डियक सर्जन डॉ. संजय कुमार कहते है कि एक्यूट एरोटिक (Aortic) डिसेक्शन हार्ट की एक गंभीर बीमारी है, जिसमें मरीज की जान मुश्किल से बचती है। इसके लक्षणों में छाती में असह्य दर्द, पीठ की तरफ दर्द का बढ़ना आदि शामिल है।
वे कहते है कि यह बीमारी जेनेटिक टिश्यू डिसऑर्डर वालों लोगों में ज्यादा देखी जाती है। इसके बचाव के लिए जरुरी है कि ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखा जाए और कम से कम एक बार इको जांच करा कर अपने हार्ट की कंडीशन जांच लेनी चाहिए। लाइफस्टाइल ठीक रखें। अगर बीमारी का पता चलता है तो डॉक्टर की सलाह से इलाज किया जाता है। इस बीमारी में समय पर अस्पताल पहुंचना बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि मेदांता अस्पताल पटना हार्ट से संबंधित सभी तरह की बीमारियों का अत्याधुनिक तकनीक से इलाज किया जाता है। यहां एक ही छत के नीचे विश्व स्तरीय गुणवत्तापूर्ण इलाज उपलब्ध है।