बिहार चुनाव 2025: दूसरे चरण की वोटिंग कल, अभिनेत्री नीतू चंद्रा ने की ज्यादा से ज्यादा मतदान की अपील झारखंड के Netaji Subhash Medical College Adityapur में शुरू हुई मेडिकल की पढ़ाई, सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पीटल में कम खर्च में बेहतर इलाज Dharmendra Health Update: एक्टर धर्मेंद्र की हालत नाजुक, ICU में वेंटिलेटर पर शिफ्ट किए गए; पूरा परिवार अस्पताल में मौजूद Dharmendra Health Update: एक्टर धर्मेंद्र की हालत नाजुक, ICU में वेंटिलेटर पर शिफ्ट किए गए; पूरा परिवार अस्पताल में मौजूद Bihar Traffic News : ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर सख्त हुआ परिवहन विभाग, तीन चालान बकाया रखने पर रद्द होगा वाहन रजिस्ट्रेशन 7 आतंकवादियों को पुलिस ने दबोचा, 2900 KG विस्फोटक-हथियार और गोला-बारूद बरामद Patna Crime News: हत्या या आत्महत्या? पटना के ANM ट्रेनिंग स्कूल में संदिग्ध हालत में मिला शिक्षिका का शव Patna Crime News: हत्या या आत्महत्या? पटना के ANM ट्रेनिंग स्कूल में संदिग्ध हालत में मिला शिक्षिका का शव Economic Offences Unit Bihar : म्यांमार के KK पार्क से साइबर गुलामी में फंसे 8 बिहारी मुक्त, आर्थिक अपराध इकाई ने शुरू की एजेंटों की जांच Patna News: नवजातों में इस वजह से बढ़ रहा बिमारियों का खतरा, PMCH में लगातार आ रहे मामले
1st Bihar Published by: Updated Sat, 10 Jul 2021 01:13:22 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार के पहले बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के नाम की चर्चा खूब हो रही थी. माना जा रहा था कि मंत्रिमंडल विस्तार में बिहार से सुशील मोदी को बीजेपी कैबिनेट में शामिल कर सकती है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बिहार से आने वाले आरसीपी सिंह और पशुपति पारस को ही कैबिनेट में जगह मिल पाई. बिहार बीजेपी के प्रभारी भूपेंद्र यादव भी केंद्रीय मंत्री बन गए. लेकिन सुशील मोदी इंतजार करते रह गए. केंद्रीय कैबिनेट में जगह नहीं मिलने के बाद सुशील मोदी ने अपना पूरा ध्यान बिहार के विकास और उसकी रफ्तार को समझने पर लगा दिया है. उसी कड़ी में सुशील मोदी ने पटना मेट्रो रेल का निर्माण करा रहे दिल्ली मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के एमडी मंगू सिंह और डायरेक्टर दलजीत सिंह से मुलाकात की.
दिल्ली मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के इन अधिकारियों से मुलाकात के बाद सुशील कुमार मोदी को यह मालूम पड़ा कि पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट की जमीनी स्थिति क्या है. सवा दो साल पहले साल 2019 में पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका शिलान्यास किया था. इसके बाद लंबे अरसे तक के इस प्रोजेक्ट पर कोई काम नहीं हो सका. बीते साल विधानसभा चुनाव के पहले सितंबर महीने में पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का कार्य प्रारंभ किया गया. लेकिन सुशील मोदी ने जो जानकारी साझा की है, उसके मुताबिक के प्रोजेक्ट पर अब तक फिजिकली 1 फ़ीसदी काम ही हो पाया है. 10 महीने के दौरान एक फीसदी काम भौतिक रूप से और 3.1 फीसदी वित्तीय प्रगति के तौर पर सामने है.
सुशील मोदी ने खुद ट्वीट करते हुए जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का शिलान्यास 17 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. लेकिन अब तक प्रोजेक्ट की रफ्तार बेहद सुस्त है. पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के डिपो यानी रेल इंजन और कोच के रखरखाव के लिए 20 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है, जो अब तक उपलब्ध नहीं हो पाया है. सुशील मोदी ने बताया है कि जमीन अधिग्रहण के लिए राज्य सरकार पर तकरीबन एक हजार करो रुपए का खर्च आएगा. डिपो निर्माण के लिए टेंडर हो चुका है लेकिन जमीन उपलब्ध नहीं होने के कारण निर्माण का काम शुरू नहीं हो पाया है.
दरअसल पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के निर्माण का जिम्मा दिल्ली मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को दिया गया है. उनके अधिकारियों से मुलाकात के बाद सुशील मोदी ने कई ऐसे खुलासे किए हैं, जो यह बताता है कि बिहार में डबल इंजन की सरकार होने का दावा करने वाली नीतीश सरकार अब तक मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को लेकर कछुए की रफ्तार से काम कर रही है.