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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 29 Jul 2023 10:17:33 AM IST
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MUNGER : मणिपुर में म्यांमार से आतंकवादियों को घुसपैठ करवाकर हमला करवाया जा रहा है। वहां जो हिंसा हो रही है उसमें आतंकवादियों का हाथ है। केंद्र सरकार की मणिपुर पर पहली नजर बनी हुई है। हम लोग इस मामले में वार्ता करने को तैयार हैं लेकिन विपक्ष प्रधानमंत्री को बुलाने की जिद कर अपना और हाउस का समय बर्बाद कर रहा है। यह बात है केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास अठावले ने कही है।
दरअसल, केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास अठावले बिहार दौरे पर आए हुए थे। जहां उनसे मणिपुर हिंसा को लेकर सवाल किया गया तो इन्होंने साफ़ तौर पर कहा कि - मणिपुर में हो रही हिंसा में आतंकवादियों का हाथ है।उन्होंने कहा कि म्यांमार से मणिपुर में घुसपैठ कर ऐसी स्थिति उत्पन्न करवाई जा रही है। केंद्र सरकार की मणिपुर पर पैनी नजर है। मणिपुर मामले में हमलोग वार्ता करने के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष के लोग प्रधानमंत्री को बुलाने की जिद्द कर हाउस का समय बर्बाद कर रहे है। मणिपुर की हिंसा को रोकने के लिए राज्य सरकार भी लगातार प्रयास जारी हैं।
उन्होंने कहा कि -मणिपुर में अलग-अलग जगहों पर आंदोलन हो रहा है और यह जो घटना घटा है यह मानवता को कलंक लगाने वाली घटना है। ऐसी घटनाएं देश में नहीं होनी चाहिए। हमारी राज्य हो या केंद्र की सरकार लगातार इस घटना पर नजर बनाए हुए हैं खुद प्रधानमंत्री ने भी इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि मणिपुर हाई कोर्ट फैसले के बाद से यह हिंसा भड़की है जो लगातार 2 महीनों से चल रही है। हम लोग दोनों ही समाज से अपील कर रहे हैं वह एक बार बैठ कर आपसी सहमति बनाकर हल करें। सरकार दोनों ही समुदायों के साथ खड़ी है।
दरअसल, केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास अठावले बिहार दौरे पर आए हुए थे। जहां उनसे मणिपुर हिंसा को लेकर सवाल किया गया तो इन्होंने साफ़ तौर पर कहा कि - मणिपुर में हो रही हिंसा में आतंकवादियों का हाथ है।उन्होंने कहा कि म्यांमार से मणिपुर में घुसपैठ कर ऐसी स्थिति उत्पन्न करवाई जा रही है। केंद्र सरकार की मणिपुर पर पैनी नजर है। मणिपुर मामले में हमलोग वार्ता करने के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष के लोग प्रधानमंत्री को बुलाने की जिद्द कर हाउस का समय बर्बाद कर रहे है। मणिपुर की हिंसा को रोकने के लिए राज्य सरकार भी लगातार प्रयास जारी हैं।
उन्होंने कहा कि मणिपुर में अलग-अलग जगहों पर आंदोलन हो रहा है और यह जो घटना घटा है यह मानवता को कलंक लगाने वाली घटना है। ऐसी घटनाएं देश में नहीं होनी चाहिए। हमारी राज्य हो या केंद्र की सरकार लगातार इस घटना पर नजर बनाए हुए हैं खुद प्रधानमंत्री ने भी इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि मणिपुर हाई कोर्ट फैसले के बाद से यह हिंसा भड़की है जो लगातार 2 महीनों से चल रही है। हम लोग दोनों ही समाज से अपील कर रहे हैं वह एक बार बैठ कर आपसी सहमति बनाकर हल करें। सरकार दोनों ही समुदायों के साथ खड़ी है।
इधर, विपक्ष इस मामले को लेकर लगातार हाउस में प्रोटेस्ट कर रहा है लेकिन हम लोग चाहते हैं कि मणिपुर में जो भी घटनाएं हो रही है विपक्ष विपक्ष हम लोगों से बातचीत करें और आगे क्या वैकल्पिक रास्ता निकाला जा सकता है उस पर चर्चा करें। लेकिन विपक्ष प्रधानमंत्री को बुलाने की जिद पर है हम लोगों ने कई बार उन लोगों से कहा है और हम खुद हमारे गृह मंत्री अमित शाह भी इस घटना पर विपक्ष के सवालों का जवाब देने तैयार है लेकिन विपक्ष सिर्फ हाउस का समय बर्बाद कर रहे हैं। इधर, कटिहार की घटना पर उन्होंने कहा कि इस मामले में मुझे जानकारी नहीं है लेकिन अगर ऐसी घटनाएं हो रही है। तो राज्य सरकार इसकी जांच करा कर कार्रवाई करें।