ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar School News: बिहार के सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में बच्चों को जलेबी की जगह बांटा खुरमा, शिक्षा विभाग ने मांग दिया जवाब Bihar School News: बिहार के सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में बच्चों को जलेबी की जगह बांटा खुरमा, शिक्षा विभाग ने मांग दिया जवाब Bihar News: बिहार में निर्माणाधीन सेप्टिक टैंक में दम घुटने से मजदूर की मौत, दूसरे की हालत गंभीर Bihar News: बिहार में निर्माणाधीन सेप्टिक टैंक में दम घुटने से मजदूर की मौत, दूसरे की हालत गंभीर India Largest Airport: यहां मौजूद है भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट, दिल्ली और मुंबई के हवाई अड्डे भी इसके सामने हैं फेल Jacob Bethell: 136 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ने जा रहा इंग्लैंड का यह नौजवान क्रिकेटर, अचानक इस फैसले से हैरान हुए तमाम क्रिकेट फैंस Bihar News: 10 सूत्री मांगों को लेकर बिहार में कर्मचारियों की हड़ताल, कामकाज पूरी तरह ठप; सहकारिता मंत्री को सौंपा गया ज्ञापन Krishna Janmashtami 2025: आज है कृष्ण जन्माष्टमी, जानें... कैसे करें बाल गोपाल का श्रृंगार और प्रसाद अर्पित AMCA: 5वीं पीढ़ी का देसी फाइटर जेट जल्द भरेगा उड़ान, राफेल, Su-57 और F-35 को मिलेगी कड़ी टक्कर ऑस्ट्रेलिया को पहला विश्वकप जिताने वाले Bob Simpson का निधन, कई दिग्गज क्रिकेटर इन्हें मानते थे अपना गुरु

मुजफ्फरपुर फैक्ट्री ब्लास्ट : मशीनों की देखभाल के लिए अब कारखानों में तैनात होंगे विशेष इंजीनियर

1st Bihar Published by: Updated Mon, 14 Feb 2022 08:39:29 AM IST

मुजफ्फरपुर फैक्ट्री ब्लास्ट : मशीनों की देखभाल के लिए अब कारखानों में तैनात होंगे विशेष इंजीनियर

- फ़ोटो

MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर ब्वॉयलर ब्लास्ट से सबक लेते हुए श्रम संसाधन विभाग अब कारखानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी ले रहा है। अब कारखानों में मशीनों की समुचित देखभाल के लिए राज्य के कारखानों में विशेष इंजीनियरों की तैनाती की जाएगी. इनका पदनाम सुरक्षा अधिकारी का होगा. इनकी तैनाती उन कारखानों में अनिवार्य रूप से की जाएगी, जहां 500 से अधिक कामगार कार्यरत हैं. 


श्रम संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार इंजीनियरिंग या प्रौद्योगिकी की किसी भी शाखा में मान्यता प्राप्त डिग्री का होना अनिवार्य है. साथ ही दो साल की पर्यवेक्षकीय क्षमता में व्यावहारिक अनुभव का भी होना जरूरी होगा. इंजीनियरिंग की डिग्री नहीं हो तो भौतिकी या रसायन विज्ञान में मान्यता प्राप्त डिग्री और पांच साल की पर्यवेक्षकीय क्षमता वाले भी सुरक्षा अधिकारी बन सकेंगे. वैसे कोई भी कारखाना संचालक चाहें तो वे ऐसे इंजीनियर की तैनाती अपने कारखानों में कर सकते हैं. 


इंजीनियरिंग या प्रौद्योगिकी की किसी भी शाखा में एक मान्यता प्राप्त डिप्लोमा के साथ ही पांच साल का अनुभव रखने वाले भी इस पद के योग्य होंगे. इसके अलावा राज्य या केंद्र सरकार की ओर से मान्यता प्राप्त संस्थानों से औद्योगिक सुरक्षा में डिग्री या डिप्लोमाधारी भी कारखानों में सुरक्षा अधिकारी बन सकेंगे. अगर अनुभव नहीं हो तो डिप्लोमा या डिग्री इंजीनियर का होना जरूरी होगा. 


विभाग की मंशा है कि बिहार में निबंधित 82 सौ से अधिक कारखानों में काम करने वाले ढाई लाख से अधिक कामगारों के जान-माल का नुकसान न हो. इनकी सुरक्षा के लिए यह जरूरी है कि कारखानों का संचालन सही तरीके से हो. कारखानों में मशीनों की जांच से लेकर उसके सुचारू संचालन की जिम्मेवारी इन सुरक्षा अधिकारियों पर रहेगी. मशीनों के सही रखरखाव, समय-समय पर उसकी मरम्मत, तय अवधि में मशीनों को बंद करने की जिम्मेवारी भी इन्हीं सुरक्षा अधिकारियों की रहेगी.