मुंगेर में चुनाव से पहले 1.72 किलो चांदी जब्त, फ्लाइंग स्क्वॉड टीम की बड़ी कार्रवाई मोतिहारी में चिकन पार्टी के बहाने युवक की हत्या, नेपाल से दो आरोपी गिरफ्तार मुंगेर में चुनाव से पहले अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 15 निर्मित और 8 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 13 Mar 2024 04:24:50 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कहा है कि राजनीति में आज के वक्त में उनका जो मुकाम है, वह उन्होंने अपने दम पर बनाया है। वह उन्हें विरासत में नहीं मिली है।
मुकेश सहनी ने कहा है कि उन्होंने सड़क पर उतरकर संघर्ष किया। उद्देश्य केवल यही था कि निषाद समाज को आरक्षण मिले। देश के कई दूसरे राज्यों में निषाद समाज को आरक्षण मिल रहा है तो वह आरक्षण बिहार में क्यों नहीं मिल रहा है? तब जबकि देश एक है और संविधान एक है। सहनी कहा कि 2018 में हमने पार्टी बनाई और उसके बाद से कई चुनाव को लड़ा। पूरे बिहार में मेहनत करके हमने अपनी एक दुनिया और पहचान बनाई है। अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा केवल समाज की भलाई के लिए लगा दिया, उद्देश्य यही है कि समाज का भला है।
उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में मेरी पार्टी के लिए सीट मायने नहीं रखता है। हमारी बस एक ही चाहत है कि निषाद आरक्षण की मांग को स्वीकार किया जाए। एक तरफ एनडीए है तो दूसरी तरफ इंडी ब्लॉक। इन दोनों में से जिस किसी को भी निषाद समाज का वोट चाहिए उसे निषाद आरक्षण को स्वीकार करना होगा। जो भी इस पर सहमति देगा, मैं उसके साथ जाऊंगा।
मुकेश सहनी ने कहा कि बगैर आरक्षण पर बात किये किसी के साथ समझौता नहीं होगा। हमारे मुद्दे पर अभी गोल-गोल सहमति की बात सामने आ रही है लेकिन स्पष्ट रूप से भी कुछ नहीं कहा जा रहा है। मुकेश सहनी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के महागठबंधन को छोड़कर के एनडीए के साथ चले आने के बाद बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव आ चुका है लेकिन इतना बड़ा भी बदलाव नहीं आया है, जिसमें निषाद समाज के मतों को अनदेखा किया जा सके।