1st Bihar Published by: Updated Tue, 18 Jan 2022 09:32:12 PM IST
- फ़ोटो
MUZAFFARPUR: करीब दो महीने बाद मुजफ्फरपुर अखफोड़वा कांड की जांच के लिए टीम हॉस्पिटल पहुंची। एसएसपी और सीएस ने इस दौरान सील किए गये हॉस्पिटल के ऑपेशन थियेटर व अन्य कमरों की जांच की। वही अस्पताल की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों से भी पूछताछ की।
पूरे मामले पर सीएस डॉ.विनय शर्मा ने बताया कि मामला दर्ज होने के बाद स्थानीय थाने को जांच के लिए निर्देशित करने के ख्याल से एसएसपी खुद आज पहुंचे थे। इस दौरान केस के आईओ को कई निर्देश दिए गये हैं। वहीं एसएसपी जयंत कांत ने बताया कि इस अस्पताल में इंफेक्शन के कारण 16 लोगों की आंखों को निकालना पड़ा था। जिसके बाद मामला दर्ज कराया गया था। इसी मामले को लेकर आज जांच पड़ताल किया गया है।
गौरतलब है कि 22 नबंवर 2021 को मुजफ्फरपुर के आई हॉस्पिटल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया था जिसमें एक-एक कर करीब दर्जनों लोगों के आंखों में इंफेक्शन हो गया। कई लोगों का इलाज प्रशासन के द्वारा मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच और पटना के आईजीआईएमएस में कराया गया था। इस दौरान 16 लोगों की आंखों को इंफेक्शन के कारण निकालना पड़ा था।
इस पूरे प्रकरण पर सरकार द्वारा उचित मुआवजा देने की भी बात कही गई थी लेकिन अब तक किसी भी पीड़ित को सरकारी स्तर से कोई मुआवजा राशि नहीं दी गयी है। एसपी जयंतकांत से भी इस संबंध में जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुआवजा राशि देने का जो प्रावधान है उसे जिला प्रशासन देख रही है।
अब सवाल उठता है कि घटना के करीब दो महीने होने वाले हैं। आज फिर से जांच की बात प्रशासन को याद आई है लेकिन जिन लोगों के जिंदगी में हमेशा के लिए अंधेरा छा गया उनकी उम्मीदों पर भी अंधेरे का साया दिख रहा है। अब ऐसे में सवाल उठता है कि पीड़ित परिवार को न्याय कब तक मिलेगा? यह तो आने वाला समय ही बताएगा लेकिन जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम नामजद मुकदमा दर्ज होने के बावजूद जांच पड़ताल में जुटी है लेकिन अब तक पूरे प्रकरण में कोई कार्रवाई ना तो जिला प्रशासन के तरफ से हुई है और ना ही पुलिस प्रशासन के तरफ से ही की गयी है।